हाल ही में यूपी के जेडीयू नेताओं ने पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और आग्रह किया था कि वो फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़े। बैठक के दौरान यूपी में पार्टी संगठन के विस्तार पर भी चर्चा हुई थी। जिसके बाद अब हम संस्थापक जीतन राम मांझी ने इस बैठक पर सवाल उठाते हुए हमला बोला है। और कहा कि इस बैठक से ये साबित हो गया है कि शिक्षक नियुक्ति परिणाम में अन्य राज्यों के लोगों के चयन के बहाने जदयू उन राज्यों में अपना विस्तार चाहती है।
जीतन राम मांझी ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के जदयू नेताओ की नीतीश जी से मुलाकात और संगठन विस्तार की बात ने साबित कर दिया कि शिक्षक नियुक्ति परिणाम में अन्य राज्यों के लोगों के चयन के बहाने जदयू उन राज्यों में अपना विस्तार चाहती है। “फूलपुर” की लालच के लिए बिहारियों के भविष्य के साथ सौदा करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
दरअसल बिहार शिक्षक भर्ती में राज्य के अलावा अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को भी मौका मिला। और यूपी, हरियाण समेत अन्य राज्यों के 14 हजार अभ्यर्थी शिक्षक बनने मे सफल रहे। और अब आगामी दूसरे चरण की एक लाख 20 हजार शिक्षक भर्ती में भी बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा। इसी का हवाला देते हुए जीतन मांझी ने बिहारियों के भविष्य के साथ सौदा करने की बात कही है।
शनिवार को सीएम नीतीश ने एक अणे मार्ग में यूपी से आए पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी की। सभी ने नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया। उन्होंने दावा किया कि यदि नीतीश कुमार यूपी आते हैं और वहां से चुनाव लड़ते हैं तो भाजपा का सफाया तय है। मुख्यमंत्री ने यूपी में संगठन को और मजबूत बनाने और उसके विस्तार को लेकर चर्चा की। उन्होंने इसके लिए नेताओं को हर स्तर पर गंभीरता से पहल का भी निर्देश दिया था।
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