पटना: बिहार में अगस्त में मॉनसून की सक्रियता बढ़ी है। अगले दो-तीन दिनों तक राज्य भर में कहीं भारी, कहीं मध्यम तो कहीं आंशिक बारिश के आसार हैं। इस बीच मौसम विभाग ने राज्य के 11 जिलों में मंगलवार को भारी और अतिभारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, कटिहार, पूर्णिया, सहरसा और मधुबनी के लिए लिए ऑरेंज अलर्ट तो किशनगंज, सारण, गोपालगंज , वैशाली और पश्चिम चंपारण के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं राज्य के 20 जिलों में सोमवार को झमाझम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि अब सूबे में 43 प्रतिशत बारिश की कमी रह गई है।
राज्य के कई जिलों में मॉनसून की छिटपुट बारिश होने के बाद धान रोपनी ने गति पकड़ी है। हालांकि, दक्षिणी बिहार के जिलों का हाल अब भी बुरा है। कम बारिश होने, नहरों के सूखने और जलस्तर नीचे जाने के चलते यहां रोपनी गति नहीं पकड़ पा रही है। ऐसे जिलों की संख्या 11 है, जहां 50 फीसदी से भी कम रोपनी हुई है। सबसे खराब हालत बांका, मुंगेर और जमुई इलाके की है। हालांकि, यहां मक्का की फसल लगाई जा रही है।
वहीं, सीमांचल, कोसी, चंपारण और गोपालगंज में धान रोपनी की अच्छी स्थिति है। मिथिलांचल में भी रोपनी ने गति पकड़ ली है। कुछ दिनों पहले तक सीतामढ़ी और शिवहर में खेत खाली पड़े थे। सीतामढ़ी में 62 फीसदी और 84 फीसदी रकबा में रोपनी हो चुकी है।
Be First to Comment