पटना: उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) ने विपक्षी एकता पर तंज कसा है। रालोजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी नेताओं से नाराजगी की अटकलों पर कहा कि पहले आरजेडी ने फिर कांग्रेस ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है। पटना में पिछले महीने हुई बैठक में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने राहुल गांधी को दूल्हा बताकर नीतीश कुमार को झटका दिया था। अब बेंगलुरु में हुई विपक्षी बैठक में कांग्रेस ने नीतीश को भाव न देकर निराश कर दिया है। इसी कारण वे प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर बेंगलुरु से पटना लौट आए।
RLJD के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता राहुल कुमार ने बुधवार को कहा कि भारत बनाम इंडिया की इस लड़ाई में हम जनता का विश्वास जीतेंगे। वहीं, विपक्षी गठबंधन के नेता राष्ट्रीय स्तर पर गांधी परिवार और बिहार में लालू परिवार का विश्वास जीतेंगे। हम भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ तो लड़ेंगे ही साथ साथ बिहार की अस्मिता और विरासत की लड़ाई भी लड़ेंगे। RLJD समझती है कि विपक्षी गठबंधन की परिकल्पना ही झूठे वादों और भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं की आकांक्षा की पूर्ति के लिए की गई है।
रालोजद नेता राहुल कुमार ने कहा कि पटना में विपक्ष एक साथ बैठ तो सका, लेकिन एकीकृत संदेश देने में विफल रहा। वहीं, बेंगलुरु से भी विपक्ष भले ही बड़ी चुनौती का दावा कर रहा हो लेकिन जिस तरह से नीतीश कुमार को भाव नहीं मिलने और नाराजगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ने की बात सामने आई है उससे तो यही लगता है कि पूरा विपक्ष अपने आपसी हितों के टकराव को भूला नहीं पा रहा है। नीतीश को उम्मीद थी कि उनको प्रधानमंत्री उम्मीदवार या संयोजक घोषित किया जाएगा लेकिन 11 सदस्यों की समन्वय समिति की बात आगे कर कांग्रेस ने उनके अरमानों पर पानी फेरने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले पटना में भी लालू यादव ने दूल्हे की बात कह नीतीश कुमार को झटका दे दिया था। अब पोस्टर से लेकर समन्वय समिति की बात ने उन्हें निराश किया है और इसी निराशा में वे प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ कर पटना लौट आए। अब नीतीश कुमार के पास गांधी और लालू परिवार का विश्वास जीतना बड़ी चुनौती है। RLJD समझती है कि देश नरेंद्र मोदी की अगुवाई में शानदार काम कर रहा है और 2024 में विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। देश परिवारवाद से मुक्ति चाहता है और इसे हटाने में RLJD की अहम भूमिका होगी।
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