पटनाः बिहार के दानापुर में शाहपुर थाना के शांति क्लिनिक में नवजात शिशु को मृ’त बताकर महिला दला’ल और डॉक्टर ने ढाई लाख रुपये में बेच दिया. इस संबंध में मनेर के जीवराखन टोला दरवेशपुर निवासी पी’ड़िता लक्ष्मी देवी के पति पप्पु कुमार ने शाहपुर थाना में शांति क्लिनिक कर्मी अनमोल राय, महिला दलाल मीना देवी और डा. अशोक कुमार के विरूद्ध मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने महिला दलाल मीना देवी और क्निनिक कर्मी अनमोल राय को गिर’फ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया, जबकि डॉक्टर अशोक कुमार फरार हैं.
दर्ज प्राथमिकी में पप्पु कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी लक्षमी देवी गर्भवती थी और पेट में दर्द होने पर अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव के लिए गई थी. इसी दौरान अस्पताल परिसर में एक तथाकथित आशा कार्यकर्ता मीना देवी ने अकेली देखकर उसे झांसा देकर नि:शुल्क डिलीवरी कराने के लिए एक दिन बाद दाउदपुर स्थित शांति क्लिनिक लेकर गई और वहां डा. अनमोल राय की देखरेख में डिलीवरी हुई और एक बच्चे का जन्म हुआ. मां ने शिशु को दुध भी पिलाया और फिर उससे बच्चा ले लिया गया. मेरी पत्नी लक्ष्मी ने होश में आने के बाद अपने पुत्र को मांगा तो डॉक्टर अनमोल और मीना देवी ने कहा कि शिशु की हालत ठीक नहीं है उसका इलाज कराने पड़ेगा.
इसके बाद दोनों ने किसी से बात किया और फिर शिशु को इलाज कराने के बहाने लेकर चले गए. पत्नी से कहा कि जब बच्चा ठीक हो जाएगा तो सूचना देंगे. फिर मेरी पत्नी लक्ष्मी को घर भेज दिया. जब पत्नी घर पहुंची तो सारी बात बताई तो पत्नी के साथ दाउदपुर क्लिनिक पहुंचे और डा. अनमोल से अपना शिशु मांगा तो कहा कि तुम्हारे शिशु की मौ’त हो गयी है. जब शोर मचाया तो कहा कि आपके शिशु को आई केयर अस्पताल दानापुर में डा. अशोक कुमार को दिये थे. वहां जब गये तो शिशु नहीं मिला और कहा गया कि शिशु की मौ’त हो गई है.
वहीं, शाहपुर थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने बताया कि पीड़िता के पति पप्पु के बयान पर क्लिनिक कर्मी डा. अनमोल राय, महिला दलाल मीना देवी और डा. अशोक कुमार के विरूद्ध नवजात शिशु बेचने का आ’रोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्लिनिक कर्मी और महिला दलाल को गिर’फ्तार कर जेल भेज दिय गया है. फरार डा. अशोक कुमार की गिर’फ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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