सीतामढ़ी: पटना में हुए प्री एमडीए टीओटी के उद्घाटन पर सीतामढ़ी के जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव को सर्वजन दवा सेवन, नाइट ब्लड सर्वे और एमएमडीपी क्लीनिक में बेहतरीन प्रदर्शन व अन्य जिलों की अगुआई के लिए प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। मालूम हो कि सर्वजन दवा सेवन के महत्वपूर्ण पहलू नाइट ब्लड सर्वे में 2018 में सीतामढ़ी के माइक्रोप्लान के नवाचार को पूरे देश में लागू किया गया था। वहीं नाइट ब्लड सर्वे को प्रखंड स्तरीय करने की योजना बनाने में डॉ यादव की महत्वपूर्ण भूमिका थी। नाइट ब्लड सर्वे के दौरान इफेक्टिव फिनांस, मॉनिटरिंग और मैनेजमेंट में बेहतरीन उदाहरण देकर डॉ यादव ने ही इसे राज्य में एक मॉडल के रूप विकसित किया।
आगामी एमडीए में 14 जिलों का मार्गदर्शक बनेगा सीतामढ़ी:
प्री एमडीए टीओटी के दौरान भीबीडीसी के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने कहा कि सीतामढ़ी ने 10 फरवरी से शुरू हुए एमडीए के दौरान 86 प्रतिशत का कवरेज किया है जो उम्दा है। टीओटी उद्घाटन के दौरान डॉ रविन्द्र ने पीपीटी के माध्यम से सीतामढ़ी एमडीए के दौरान कार्यशैली को विस्तार से सबके सामने रखा। पीपीटी प्रेजेंटेशन से राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक सचिव संजय सिंह भी काफी प्रभावित दिखे।
फाइलेरिया को नेग्लेक्टेड श्रेणी से बाहर लाना प्राथमिकता:
अपने प्रजेंटेशन के दौरान डॉ रविंद्र यादव ने कहा कि फाइलेरिया को नेग्लेक्टेड रोगों की श्रेणी से बाहर लाना ही हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए उन्होंने दो स्तंभों पर काम किया है। पहला वैसे स्वस्थ व्यक्ति जिन्हें फाइलेरिया नहीं है व दूसरे वैसे लोग जिन्हें फाइलेरिया है। स्वस्थ व्यक्तियों के लिए एमडीए प्रोग्राम के तहत एल्बेंडाजोल तथा डीईसी की गोली खिलाना हमारी प्राथमिकता है और जिन्हें फाइलेरिया है उन्हें उनके दरवाजे के पास ही सुविधा मिले। इसके लिए देश में सीतामढ़ी एसा पहला जिला जहां हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर एमएमडीपी क्लीनिक उपलब्ध है। इसके अलावा राज्य में रेफरल एमएमडीपी क्लीनिक खोलने वाला भी सीतामढ़ी राज्य का पहला जिला है। जिले में अभी 100 से अधिक एमएमडीपी क्लिीनिक खोले गए हैं। जिनमें प्रत्येक मंगलवार को सामूहिक रूप से व्यायाम भी सिखाई जाती है।
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