मुजफ्फरपुर: बिहार में चैती छठ और छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जाता हैं। लोक मातृका षष्ठी की पहली पूजा सूर्य ने ही की थी। इस व्रत में सूर्य देवता की पूजा की जाती है।
शाम को डूबते सूर्य की उपासना की गई और सूर्य देव को पहला अर्घ्य दिया गया। इसमें महिलाएं अपने सुहाग और संतान की मंगल कामना के लिए 36 घंटों का निर्जला व्रत रखती हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार, षष्ठी माता संतानों की रक्षा करती हैं तथा उन्हें स्वस्थ और दीघार्यु बनाती हैं।
आज शहर के मझौलीय रोड निवास स्थान में इनरव्हील क्लब जागृति की प्रेसिडेंट भावना स्वाति ने जल में खड़े होकर आदिदेव भुवन भास्कर को नमन कर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। मौके पर स्वतंत्र पत्रकार महेश प्रसाद सिन्हा सह परिवार के साथ मौजूद रहे और अर्घ को दूध चढ़ा कर परिवार, समाज की सुख-शांति के लिए मंगल कामना की।
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