पटना: बिहार में यात्राओं का दौर चल रहा है प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा, नीतीश कुमार की समाधान यात्रा और जीतन राम मांझी के गरीब संपर्क यात्रा के बाद उपेंद्र कुशवाहा मंगलवार से एक नए राजनीतिक यात्रा पर निकले हैं। अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल बनाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा आज विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकल रहे हैं ।
आरएलजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी नीतीश कुमार और पीके की तरह अपनी यात्रा की शुरुआत महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से कर रहे हैं। पश्चिम चंपारण के भितिहरवा से कुशवाहा की यात्रा शुरू हो रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निशाने पर रहेंगे।
जेडीयू और नीतीश कुमार से अलग होकर उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी बना ली और इस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए। उसके बाद उपेंद्र कुशवाहा अपने नए मिशन पर हैं। अपनी पार्टी का संदेश जन जन तक पहुंचाने के लिए उपेंद्र कुशवाहा आज से राजनीतिक यात्रा पर है और इसका नाम रखा है विरासत बचाओ नमन यात्रा। उपेंद्र कुशवाहा ने पहले ही इसकी घोषणा की थी।
कुशवाहा की यात्रा दो चरणों में होगी। पहला चरण 28 फरवरी से 6 मार्च तक चलेगा और दूसरा चरण 15 मार्च से 20 मार्च तक चलेगा। इस बीच होली को लेकर 7 मार्च से 14 मार्च तक यात्रा स्थगित रहेगी। 28 फरवरी से 6 मार्च तक पहले चरण में उपेंद्र कुशवाहा चंपारण से मुजफ्फरपुर पहुंचेंगे। पहले चरण में इन दो जिलों के अलावे सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, छपरा और सिवान तक यात्रा जाएगी। दूसरा चरण 15 मार्च को शुरू होगा। इस चरण में पटना, नालंदा, शेखपुरा, भागलपुर, जमुई, औरंगाबाद और अरवल तक की यात्रा उपेंद्र कुशवाहा करेंगे। 20 मार्च को अरवल में जगदेव बाबू के गांव में यात्रा का समापन होगा।
पूरी यात्रा के दौरान 100 से अधिक जनसभा आयोजित करने की योजना है। इन जनसभाओं में उपेंद्र कुशवाहा लोगों से सीधा संवाद करेंगे और अपने सियासी जमीन मजबूत करने की कवायद करेंगे। यात्रा के दौरान कुशवाहा के निशाने पर नीतीश कुमार होंगे। कुशवाहा घूम घूम कर यह बताएंगे कि कैसे नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर के विरासत को गिरवी रख दिया। तेजस्वी को आगे बढ़ाने के सवाल पर कुशवाहा यह कह कर जदयू से अलग हो गए कि लवकुश समाज के साथ न्याय नहीं किया जा रहा है। उपेंद्र कुशवाहा इस पर राजनीति कार्ड खेलेंगे।
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