जेडीयू में जारी उठापटक के बीच बीजेपी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर धोखेबाज बताते हुए निशाना साधा है।
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने नीतीश की धोखाधड़ी के शिकार नेताओं की पूरी लिस्ट बताई है। इसमें जॉर्ज फर्नांडिस और शरद यादव से लेकर आरसीपी सिंह और उपेंद्र कुशवाहा तक शामिल हैं। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति, बिहार की जनता की बीमारी है। उनकी राजनीतिक धोखाधड़ी के शिकार लोगों की सूची में जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव, दिग्विजय सिंह, शकुनी चौधरी, अरुण कुमार, सतीश कुमार, भोला सिंह, पीके सिन्हा, फिर बीजेपी और अब आरसीपी सिंह एवं उपेंद्र कुशवाहा शामिल हैं। यह लिस्ट बहुत लंबी है।
‘नीतीश के लिए बीजेपी के दरवाजे बंद’
जेडीयू में जारी उठापटक के बीच कुछ दिन पहले चर्चा उठी थी कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मार सकते हैं। वे महागठबंधन को छोड़कर दोबारा बीजेपी के साथ जा सकते हैं। हालांकि सोमवार को सीएम नीतीश ने साफ कर दिया कि वे मर जाएंगे लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी स्पष्ट कर दिया गया है कि नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे अब बंद हो गए हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश बार-बार बीजेपी की शरण में आए और पलटी मारते रहे, लेकिन अब उनके लिए हमारे दरवाजे बंद हो चुके हैं। 2015 में भी जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाने और 9 महीने में उनकी कुर्सी छीनने के बाद सीएम ने बीजेपी के साथ आने की पूरी कोशिश की थी। इसके बाद 2017 में लालू यादव से मोहभंग होने के बाद नीतीश ने अपनी सरकार बचाने के लिए बीजेपी का दरवाजा खटखटाया था।
उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार में तकरार
बीते कुछ दिनों से जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच तकरार हो रही है। कुशवाहा ने पहले खुद को पार्टी से साइडलाइन किए जाने का आरोप लगाया। फिर कहा कि उनकी जेडीयू में सुनी नहीं जा रही है। जब नीतीश कुमार ने कहा कि कुशवाहा को जो मर्जी है करें, जहां जाना है चले जाएं। इसके बाद उपेंद्र ने जेडीयू में अपनी हिस्सेदारी मांग ली। कुशवाहा का कहना है कि वे अपना हिस्सा लिए बिना जेडीयू छोड़कर नहीं जाने वाले हैं।
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