बिहार के हाजीपुर में लालगंज प्रखंड कार्यालय के समीप उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एतवारपुर सिसौला पंचायत के मुखिया दिनेश महतो को निगरानी विभाग की टीम ने प्रखंड कार्यालय गेट के पास से उठाया और अपने साथ लेकर चली गई। खबर है कि टीम ने मुखिया को 2 लाख 16 हजार रुपया घू’स लेते हुए दबोचा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मुखिया दिनेश महतो किसी काम से ब्लॉक आए थे और ब्लॉक गेट के सामने पान खाकर लौट रहे थे। इसी दौरान अचानक निगरानी की टीम पहुंची और उन्हें धर-दबोचा। इस दौरान टीम में शामिल सदस्य मुखिया को गाड़ी में बैठाते हुए उन्हें अपने साथ लेकर चले गए।
मिली जानकारी के अनुसार एतवारपुर सिसौला पंचायत में पंचायत सरकार भवन की स्वीकृति 2020 में हुई थी। जिसका लगभग काम पूरा कर लिया गया था। कुछ काम बाकी था। उसी पंचायत सरकार भवन में काम कर रहे मजदूरों के ठेकेदार सुरेंद्र साह ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना को 22 सितंबर को आवेदन देकर एतवारपुर सिसौला पंचायत के वर्तमान मुखिया दिनेश महतो पर रि’श्वत मांगने का आरो’प लगाते हुए कहा कि पंचायत सरकार भवन में उसने लेबर मेट का काम किया था।
जिसका बिल 20 लाख रुपया बना था, जिसमें से 2 लाख 50 हजार रुपया 3 मार्च 2021 को पंचायत सचिव द्वारा उसके खाते में भेजा गया। उसके बाद हुए पंचायत चुनाव में तत्कालीन मुखिया आशा देवी हार गईं और दिनेश महतो निर्वाचित हुए। जिसके बाद वर्तमान मुखिया दिनेश महतो से काम का बचा हुआ पैसा मांगने पर उन्होंने 16 सितंबर को पंचायत सरकार भवन पर बुलाकर कहा कि आवंटन आ गया है।
लेबर ठे’केदार ने की थी शि’कायत
पंचायत सरकार भवन का बाकी काम कराना है एवं आप लोगों का जो भी बकाया है, उसमें मेरा कमीशन देकर अपना पैसा ले लीजिए। यदि कमीशन नहीं दिया गया, तो आपका भुकतान नहीं होगा। रिश्व’त की बात को लेकर लेबर ठेकेदार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को शिकायत की थी। जिसके बाद कार्यवाई की गई।
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