उत्तर प्रदेश के कारोबारी से सोना लू’ट में शामिल बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीएसएपी) के दो सिपाहियों की नौकरी जाएगी। दोनों को विभागीय कार्यवाही के बाद सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। एडीजी ने कहा कि सिपाही शशिभूषण सिंह और पंकज परमार के खि’लाफ विभाग सख्त एक्शन लेगा। शशिभूषण की पहले भी सोना लू’ट कां’ड में संलिप्तता की जानकारी पुलिस को मिली है। वह लुटे’रों के संपर्क में रहता है।
बीएसएपी के सिपाही शशिभूषण सिंह और पंकज परमार की संलिप्तता छपरा के भगवान बाजार में स्वर्ण व्यवसायी से कैश व सोना लू’ट में सामने आई है। पुलिस ने न सिर्फ दोनों को गिर’फ्तार किया है बल्कि उनकी निशानदेही पर लू’टा गया सोना भी बरामद किया है। हालांकि उसकी गिर’फ्तारी के बाद परिजनों ने अप’रहण की शिकायत की थी। पटना में नाटकीय अंदाज में पुलिस ने उसे सादे लिवास में उठा लिया था।
ऐसे पकड़े गए आरो’पी
5 सितंबर को छपरा के भगवान बाजार थाना इलाके में जेल गेट से महज 500 गज की दूरी पर यूपी के बरेली निवासी स्वर्ण व्यवसायी से 60 लाख के जेवरात और पांच लाख नगद रुपये की लूट हुई थी। छपरा की स्पेशल पुलिस टीम ने पटना में दबिश देकर पटना पुलिस की मदद से रुपसपुर थाना इलाके के महुआबाग से बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के जवान शशि भूषण सिंह को पकड़ा गया। फिर उसकी निशानदेही पर एक और सिपाही पंकज को भी गिरफ्तार किया गया।
इस मामले में आरा में भी छापेमारी की गई है। पुलिस को काफी मात्रा में सोना भी मिला है। सादे लिबास में आई छपरा पुलिस की टीम ने जब सिपाही शशिभूषण को उठाया तो उसके अपहरण की अफवाह उड़ गई। सिपाही की पत्नी अप’हरण का केस दर्ज करवाने रुपसपुर थाने तक पहुंच गई लेकिन देर रात मामला कुछ और ही निकला।
पश्चिम बंगाल के व्यवसायी को बना चुका है निशाना
एडीजी ने कहा कि इससे पहले छपरा के ही गरखा में नवम्बर 2021 में पश्चिम बंगाल के व्यवसायी से हुई लूट में सिपाही शशिभूषण के शामिल होने की बात सामने आई है। वारदात के वक्त उसके मोबाइल का लोकेशन घ’टनास्थल के पास ही मिला। इस बाबत उससे पूछताछ की जा रही है। कहा कि दोनों सिपाहियों पर विभागीय स्तर से भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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