केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा हाल ही में एक जानकारी साझा की गई है कि देश में अब तक वौक्सीन की 200 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। इनमें पहली, दूसरी और बूस्टर डोज शामिल है। हालांकि, एक आंकड़ा और है जो सरकार की चिंता बढ़ा सकती है। 18 जुलाई तक देश की करीब 4 करोड़ आबादी ने पहली भी खुराक नहीं ली थी। आपको यह भी बता दें कि केंद्र सरकार कोरोना के खिलाफ मुफ्त टीकाकरण अभियान चला रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया, “18 जुलाई तक करीब 4 करोड़ लाभार्थियों ने कोविड के टीके की एक भी खुराक नहीं ली है।”
आपको बता दें कि अब तक प्रशासित कुल 201 करोड़ से अधिक खुराकों में से 97% से अधिक को सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त में वैक्सीन दी गई है। हाल ही में केंद्र सरकार ने ने सभी पात्र वयस्कों को मुफ्त बूस्टर शॉट देने के लिए 75-दिवसीय विशेष अभियान भी शुरू किया है।
अब तक देश भर में वयस्कों को कुल लगभग 6.77 करोड़ आबादी ने एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) ली है। इस विशेष अभियान से पहले सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों में इस साल 16 मार्च से स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंट-लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लाभार्थियों के लिए एहतियाती खुराक मुफ्त उपलब्ध थी।
सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को एहतियाती खुराक देने के लिए एक विशेष 75-दिवसीय अभियान 15 जुलाई से शुरू हुआ। अभियान ‘कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव’ का उद्देश्य पात्र आबादी के बीच कोविड की एहतियाती खुराक को बढ़ावा देना है।
भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, भारत की 98% वयस्क आबादी को कोविड-वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिली है।
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