पटना के फुलवारीशरीफ में चल रही आतं’क की पाठशाला के तार मुजफ्फरपुर से जुड़ रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, मामले का एक आरो’पी मुजफ्फरपुर का मजहरुल इस्लाम उर्फ मौलवी है जिसकी तला’श के लिए एनआईए खाक छान रही है।
मजहरुल इस्लाम बरियापुर ओपी के गौरिहार गांव का निवासी है। उसकी तलाश में शुक्रवार को विशेष टीम सकरा पहुंची। मजहरुल इस्लाम के परिजनों से अधिकारियों ने पूछताछ की। पता चला कि वह घर पर नहीं रहता है। बकरीद में आया था कुर्बानी के बाद चला गया। उसकी मां घर पर रहती है।
बताया गया है कि सकरा इलाके में ही एक मदरसा में वह बच्चों को पढ़ाता है। मजहरुल का बड़ा भाई सउदी अरब के रियाद में नौकरी करता है। मजहरुल की पत्नी शिक्षिका है लेकिन अनबन के कारण वह पति के साथ नहीं रहती है। हालांकि टीम को वह उस मदरसा में भी नहीं मिला।
फुलवारी शरीफ में पीएफआई अड्डे पर छापेमारी के बाद मजहरुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एसएसपी ने कहा कि विशेष टीम के पहुंचने की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई है।
जकारिया कॉलोनी में खुला था पीएएफआई का ऑफिस
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने दो साल पहले मुजफ्फरपुर के सादपुरा स्थित जकरिया कॉलोनी में एक दफ्तर खोला था। हालांकि, पुलिस छानबीन होने पर इसे कुछ दिनों के बाद ही बंद कर दिया गया था। पटना में पीएफआई के आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद मुजफ्फरपुर में भी इसकी गतिविधियों के संबंध में पुलिस गोपनीय ढंग से जांच-पड़ताल कर रही है।
विशेष शाखा की टीम भी जकरिया कॉलोनी के बाद इसके दूसरे ठिकाने की तलाश कर रही है। गोपनीय ढंग से चल रही जांच के संबंध में पुलिस अधिकारी फिलहाल कोई जानकारी देने से बच रहे हैं। खूफिया सूत्रों की मानें तो कार्यालय बंद होने के बाद स्लीपर सेल की तर्ज पर पीएफआई अपनी गतिविधि चला रहा है। पूर्व में गांव में युवाओं को संगठन से जोड़ने के लिए अभियान चलाया गया था। इसी से पता चलता है कि इनके इरादे क्या थे।
Be First to Comment