किशनगंज : देश के कई हिस्सों में इन दिनों नैरोबी फ्लाई (एसिड फ्लाई) कहर बरपा रही है. इस मक्खी से उत्तर बंगाल और सिक्किम में सैकड़ों लोग संक्रमित हैं। बिहार के किशनगंज से सटे पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भी इस मक्खी के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं, ऐसे में अब किशनगंज में भी इस मक्खी का प्रभाव आने से लोग डरे और सहमे हुए हैं. जानकार बताते हैं कि ये मक्खी काफी जहरीली है और जिस जगह पर यह बैठती है वो जगह भी जह’रीली हो जाती है.
चींटी की तरह दिखने वाला यह कीड़ा काफी जहरीला है. इस एसिड फ्लाई के कारण किशनगंज का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. निदेशक MGM मेडिकल कॉलेज डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन को जांच करवानी चाहिए कि यह मक्खी किस कदर बंगाल से किशनगंज की ओर बढ़ रही है. जिला प्रशासन को इसे लेकर तुरंत केंद्र और राज्य सरकार को त्राहिमाम संदेश भेजने की जरूरत है.
किशनगंज जिले के समीपवर्ती पश्चिम बंगाल राज्य में नैरोबी मक्खी ने आक्रमण कर दिया है. 7000 किलोमीटर दूर पूर्वी अफ्रीका की यह जहरीली मक्खी सिक्किम के रास्ते उत्तर बंगाल में प्रवेश कर चुकी है और इसके फैलने की रफ्तार बहुत तेज है. ऐसी आशंका है कि सिलीगुड़ी के बिलकुल नजदीक बिहार के किशनगंज जिले में भी इसका बड़ा हमला शुरू हो सकता है.
इस मक्खी के काटने से व्यक्ति की त्वचा में खुजली और जले से चकते हो जाते हैं. यह आफत इतनी जहरीली है कि यदि इस मक्खी का जहर मनुष्य की त्वचा पर लगता है तो सबसे पहले वहां जलन और खुजली होने लगती है. यदि गलती से आंखों के पास ये मक्खी काट ले तो इसका एसिडिक जहर पीड़ित को कुछ दिनों के लिए अंधेपन का शिकार बना देता है. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, साथ ही आसपास के जंगलों पर की’टनाशक छिड़काव करने की भी आवश्यकता है.
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