बिहार के कुछ हिस्सों में अभी भी बाढ़ के हालात बने हुए हैं. बात अगर पूर्णिया जिले की करें तो पूर्णिया में अभी भी बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. जिले के अमौर प्रखंड में परमान नदी में आए जबर्दस्त उफान का कहर साफ देखने को मिल रहा है. बड़ा ईदगाह पंचायत के हक्का में फुलेश्वरी नदी पर बना एक पुल परमान नदी की तेज धारा में ध्वस्त हो गया, इससे बड़ी आबादी प्रभावित हुई है.
बड़ा ईदगाह के मुखिया प्रतिनिधि तनवीर आलम का कहना है कि यह पुल कई गांवों के आवागमन का साधन था. मुख्यमंत्री सड़क पर बने इस पुल से प्रतिदिन 5000 से अधिक आबादी का आवागमन होता था. इस पुल के ध्वस्त हो जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
परमान नदी में आई बाढ़ के कारण अमौर प्रखंड के कई गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. लोगों के घर आंगन और चूल्हे चौके तक बाढ़ के पानी में डूब गया है. कई जगह सड़कों पर पानी बह रहा है. लोगों के शौचालय, ट्यूबवेल सब डूब गए हैं. पीने के लिए स्वच्छ पानी तक नसीब नहीं है.
अमौर के जिला परिषद सदस्य शहाबुज्जमा ने कहा कि दो दर्जन से अधिक गांवों में परमान नदी के बाढ़ का पानी घुस गया है. हजारों लोगों के सामने खाने तक का संकट उत्पन्न हो गया है. इस बाबत अमौर के सीओ से लेकर बड़े अधिकारियों तक से बात की गई लेकिन अभी तक सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं हुई है.
इलाके में ना ही नाव की व्यवस्था है जिससे लोगों को कुछ राहत मिल सके. परमान नदी में आए उफान के कारण लरैईया, लालटोली, भकरी, फटकी, बिशनपुर समेत कई गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. हालांकि आज परमान नदी के जलस्तर में थोड़ी गिरावट आई है. लेकिन अभी भी बाढ़ के हालात जस के तस हैं.
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