कटिहार के बारसोई प्रखंड के ग्वालटोली चौक स्थित एक निजी क्लिनिक में महिला का आपरेशन करने के बाद डाक्टर ने पेट में ही कपड़ा छोड़ दिया। संक्रमण के कारण एक माह बाद महिला की स्थिति बिगडऩे पर पूर्णिया रेफर कर दिया गया। लेकिन महिला की मौ’त हो गई। गर्भवती की मौ’त होने पर आक्रो’शित स्वजनों ने क्लिनिक में जमकर हंगा’मा किया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे बारसोई एसडीओ राजेश्वरी पांडे ने क्लिनिक को सिल कर संचालक से क्लिनिक से संबंधित कागजात की मांग की है।
मिली जानकारी के मुताबिक भवानीपुर गांव का मो. राजा अवैध रूप से नर्सिंग होम का संचालन करता है। क्लिनिक में आपरेशन करने के लिए बाहर से चिकित्सक को बुलाया जाता है। करीब एक माह पूर्व लगुआ पंचायत स्थित पांचबडिय़ा गांव के शमशुल हक की 25 वर्षीय पत्नी रिंंकीी खातून को प्रसव पीड़ा होने पर उक्त क्लिनिक में भर्ती कराया गया था। जहां चिकित्सक की अनुपस्थिति में नर्सिंग होम संचालक एवं कर्मियों ने गर्भवती का आपरेशन कर प्र’सव कराया। रक्त’स्राव नहीं रूकने पर कपड़ा ठूं’स स्टिच कर दिया।
संक्रमण के कारण पेट में द’र्द होने के कारण महिला को मो. राजा के क्लिनिक में लाया गया। दुबारा आपरेशन कर पेट में छोड़े गए कपड़े को निकाल दिया। स्थिति गंभीर होने पर महिला को पूर्णिया रेफर कर दिया गया। पूर्णिया में चिकित्सकों ने महिला को मृ’त घोषित कर दिया। नर्सिंग होम संचालक ने पूर्णिया के चिकित्सकों से मोबाइल पर बात कर मामले को दबाने तथा इस एवज में रूपये देने की बात कही। इससे संंबंधित आडियो भी वायरल हुआ।
बताते चलें कि बारसोई में बिना लाइसेंस कई नर्सिंग होम संचालित है। शिकायत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे पहले इस क्लीनिक में इस तरह की लाप’रवाही सामने आ चुकी है। कहा जा रहा है कि यहां नियमों का पालन नहीं किया जाता है। ज्यादा रुपये भी मरीज से लिए जाते हैं।
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