पटना में कोरोना संक्रमित पाई गई आईजीआईएमएस की डॉक्टर में ओमीक्रोन जैसे ही सामान्य ल’क्षण दिखे। उनमें सामान्य बु’खार, स’र्दी जैसे ही ल’क्षण रहे। सां’स में तक’लीफ अथवा दम फूलने जैसी शिका’यत नहीं रही और ना ही त्वचा पर कोई असर दिखा।
मिली जानकारी के मुताबिक, महिला डॉक्टर सामान्य पारासिटामोल और एंटीबायोटिक से ही बुखा’र और सर्दी से मुक्त हो चुकी है। महिला डॉक्टर के परिवार के अन्य चार लोगों में से दो लोग कोरोना मुक्त हो चुके हैं। किसी में भी कोई गं’भीर लक्षण नहीं था। परिवार के दूसरे पी’ड़ित सदस्य हल्की कमजोरी की भी शिकायत कर रहे थे।
डॉक्टर ने बताया कि सभी में सामान्य वायरल बु’खार और सर्दी जैसे ही लक्षण रहे। बुखार भी तीन से चार दिन में पूरी तरह से ठीक हो जा रहा है। सर्दी-बुखार जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर के परिवार ने सेल्फ किट से घर में ही कोरोना जांच की थी। उसमें पांच लोग पॉजिटिव पाए गए थे। तीन दिन बाद ही उनमें से दो लोग निगेटिव हो गए हैं।
कोरोना के नए वैरिएंट में हल्का बुखार, सर्दी-खांसी के साथ पेट में दर्द, डायरिया और तवचा पर जुलपुत्ति जैसे लाल निशान और खुजली जैसे लक्षण दिख रहे हैं। दिल्ली-यूपी में संक्रमित पाए गए कई स्कूली बच्चों व समान्य आयु के लोगों लोगों में ऐसे लक्षण पाए गए हैं।
पीएमसीएच के वरीय श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. बीके चौधरी ने बताया कि डब्लयूएचओ के नए रिसर्च में डायरिया और त्वचा में खुजली जैसे लाल निशान भी कोराना के नए वैरिएंट का एक लक्षण बताया गया है। इसमें भी संक्रमण दर काफी तेज रहने की उम्मीद है। बताया कि बचाव के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे मानकों का पालन जरूरी है। उन्होंने बच्चों के टीकाकरण और अन्य लोगों को बूस्टर डोज में तेजी लाने की भी अपील की।
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