नेपाल में 3 भारतीय जमातियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का मामला सामने आया है. इन मामलों के सामने आने के बाद से यहां हड़कंप मच गया. अब कोरोना संदिग्धों की धर पकड़ के लिए मस्जिदों और मदरसों में लगातार छापामारी की जा रही है.
नेपाल के जिस जालिम मियां को लेकर खुफिया विभाग ने भारत में कोरोना फैलाने की साजिश का इनपुट दिया है, अब इसका सबूत भी मिल गया है. क्योंकि जालिम मियां के संरक्षण में रहे 26 में से 3 भारतीय जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
दो दिन पहले भारतीय मीडिया में खबर आई थी कि कोरोना प्रभावित लोगों को ये जालिम मियां भारत में प्रवेश करा कर तबाही फैलाना चाहता है. भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी ने खुफिया सूत्रों के आधार पर बिहार के पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी को इसके बारे में पत्र लिखकर सूचना दी है. वहीं, जिलाधिकारियों ने जिले के एसपी को पत्र लिख कर आगाह किया था.
खूफिया विभाग का ये इनपुट अब सच साबित हो रहा है. जालिम मियां ने निजामुद्दीन मरकज से भागे जमातियों को पहले तो अपने यहां छिपाया, फिर उन्हें भारत भेजने की तैयारी में था. उसी दौरान खबर आने के बाद इसकी योजना धरी रह गई.
करीब 5 हजार जमाती छिपे हैं…
नेपाल में ये तीन पॉजिटिव मामले आने से न सिर्फ बिहार के सीमावर्ती जिलों बल्कि खुद नेपाल में भी कोरोना का खतरा बढ़ता दिखाई दे रहा है. इन खतरों को देखते हुए नेपाल के बीरगंज में अफरातफरी का माहौल है. नेपाल के गृह मंत्रालय को स्थानीय खुफिया एजेंसियों ने यह रिपोर्ट दी है कि अभी भी भारतीय सीमा से सटे जिलों में 5000 के आसपास भारतीय जमाती छिपे हुए हैं.
विदेशी जामितायों को गिरफ्तार करने के आदेश
नेपाल के जनकपुर प्रदेश नंबर-2 में ही सिर्फ 3500 से अधिक जमाती के छिपे होने की खबर है. नेपाल सरकार ने सभी मस्जिद और मदरसा में छापामारी कर विदेशी जमातियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है.
बता दें कि कोरोना के खतरे को देखते हुए भारत-नेपाल की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, लेकिन अभी भी गांव के रास्तों से लोगों का आना जाना लगा हुआ है. निजामुद्दीन के मरकज में शामिल जमाती भी इन्हीं रास्तों के जरिए नेपाल पहुंचे ताकि वो भारत में हो रही उनकी खोज से बच सकें.
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