कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये पूरे देश को 14 अप्रैल तक ‘लॉक डाउन’ कर दिया गया है. बिहार में अबतक कोरोना वायरस के 32 मरीज हैं और कई मरीज ठीक होकर घर भी आ गये हैं. राज्य में कोरोना वायरस को लेकर रविवार और सोमवार का दिन राहत देने वाला रहा. सोमवार की दोपहर तक राज्य के किसी भी जांच केंद्र से कोई नया पॉजिटिव केस नहीं आया. अब शनिवार को मिले एक नये मरीज को मिला कर राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 32 पर स्थिर है. वहीं राज्य में 11 हजार से ज्यादा लोगों को होम ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.
पटना में 317 वाहन चालकों पर लगा 4.35 लाख का जुर्माना
देशव्यापी लॉकडाउन के 13वें दिन बेवजह सड़क पर आने जाने वालों के प्रति पुलिस व ट्रैफिक पुलिस का रवैया बेहद सख्त दिखा. सोमवार को ऐसे 317 वाहन चालकों पर 4.35 लाख का जुर्माना लगाया गया. जगदेव पथ, आशियाना मोड़, शेखपुरा मोड़, हड़ताली चौराहा, आयकर गोलंबर, वोल्टास मोड़, डाकबंगला चौराहा, जंक्शन गोलंबर, कारगिल चौक समेत पटना के कई प्रमुख चौक चौराहों व ट्रैफिक प्वाइंट पर देर शाम तक यह अभियान चला.
रेलवे ने तैयार किया चार हजार आइसोलेशन बेड
कोरोना वायरस से बचाव के लिए रेल के 25 सौ रेल कोचों में चार हजार आइसोलेशन बेड तैयार किया है. रेल को पांच हजार कोच को आइसोलेशन कोच में तब्दील करने का लक्ष्य है. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे के विभिन्न मंडल कार्यालयों ने इतने कम समय में असंभव से लग रहे इस कार्य को लगभग पूरा कर लिया है. लगभग 25 सौ कोचों में बदलाव के साथ अब चार हजार आइसोलेशन बेड आपात स्थिति के लिए तैयार हैं.भारतीय रेलवे के रोजाना औसतन 375 कोचों में बदलाव किया जा रहा है. देश के 133 स्थानों पर यह काम किया जा रहा है.
source: Prabhart khabar
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