बिहार: कोरोना की आरटीपीसीआर जांच करा रहे कई लोग रिपोर्ट को लेकर असमंजस की स्थिति में रह रहे हैं। जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे लोगों के मोबाइल पर मैसेज निगेटिव का आ रहा है लेकिन जब वे दिए गए लिंक पर प्रमाणपत्र अपलोड कर रहे हैं तो उसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव दिख रही है।
जानकारी के मुताबिक, जब कुछ लोगों ने इसकी शिकायत कंट्रोल रूम में दर्ज कराई। छानबीन करने पर पता चला कि रविवार को करीब 400 मामले में यह गड़बड़ी है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी से हुआ होगा, इसकी जांच चल रही है।
दरअसल, मामला पटना के निवासी बुद्धा कॉलोनी के राघव, कंकड़बाग के जितेंद्र, बुद्ध मार्ग के संजय सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति के लैब टेक्नीशियन के माध्यम से जांच कराई थी। रविवार की देर रात मोबाइल पर उनकी रिपोर्ट निगेटिव रहने की सूचना मिली। साथ ही संजीवन एप पर रिपोर्ट डाउनलोड करने के लिए लिंक और ओटीपी भेजा गया। सोमवार को जब उनकी रिपोर्ट को दिए गए लिंक पर अपलोड किया गया तो सभी पॉजिटिव बताए गए। राघव ने कहा कि अब किस रिपोर्ट पर विश्वास किया जाए।पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह के द्वारा बताया गया कि आरटीपीसीआर की रिपोर्ट काफी लंबित पड़ी हुई थी तथा रिपोर्ट का एक्सल शीट्स बनाने एवं मैसेज करने में मानवीय भूल हुई है। अगले 24 घंटे में सभी रिपोर्ट सुधार दिए जाएंगे तथा जिसके पास पीडीएफ भेजा गया है वही सही है। ख़बरों के अनुसार,जो ऑटो जेनेरेटेड रिपोर्ट है,सीधे आरएमआरआई या जांच केंद्रों से अपलोड होता है वही सही होती हैं। मैसेज भेजने में मानवीय भूल हो सकती हे लेकिन रिपोर्ट लैब से सीधे ऑनलाइन जेनेरेट हो जाता है।
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