मुजफ्फरपुर। अखाड़ाघाट स्थित बूढ़ी गंडक नदी के जलस्त्र में लगभग एक फीट की वृद्धि हुई है। नदी के पानी अभी भी पेटी के अंदर है। इससे आसपास वाले लोगों को काफी राहत है।
अभी नेपाल से पानी नहीं आ रहा है। नाजिरपुर, गायत्रीनगर चंदवारा आसपास के इलाकों में जलजमाव अधिक है। आसपास के इलाकों से नदी में गिरने के लिए बने स्लूईगेट अभी बंद है।
डेढ़ माह पूर्व नदी में आयी उफान के बाद स्लूईगेट को बंद कर दिया गया था। जिसके कारण आसपास में लगे जलजमाव नदी में नहीं आ रहा है।
बाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज में गुरुवार को 1 लाख 17 हजार 100 क्यूसेक एवं शनिवार को 1 लाख 42 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया है।
कहा जाता है कि 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद ही गंडक नदी में उफान आता है। इसके बाद ही बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होती है। नदी के जलस्तर में कमी लगभग पन्द्रह दिनों से बनी हुई है।
ग्राम पंचायत राज शेखपुर के मुखिया ज्योति देवी ने जिलाधिकारी को पत्र देकर जलजमाव की समस्या से अवगत कराया है कि नाजिरपुर एवं बड़ा जगरन्नाथ में लगभग ढ़ाई फीट जलजमाव है। जिसके के कारण मुहल्लावासियों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।
जल निकासी के लिए भूतनाथ मंदिर के पास बने स्लुईस गेट को खोला जाये। या फिर पम्प सेट के द्वारा जल निकासी की व्यवस्था की जाये। इसके साथ ही जल निकासी के लिए अंचलधिकारी मुशहरी, जिला अपदा पदाधिकारी एवं जिला जल संसाधन पदाधिकारी मुजफ्फरपुर को भी अवगत कराया है।
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