नेता’जी भैंस पर सवार हो’कर नि’कले थे। सोच रहे थे लो’गों का ध्या’न खींचेंगे। ले’किन भैंस के कारण नेता’जी पर का’नूनी डंडा चल ग’या और सिविल ला’इन थाने में एफआ’ईआर दर्ज हो गई। जी हां, पशु क्रूरता अधि’नियम और सो’शल डिस्टें’सिंग की अन’देखी के कारण रा’ष्ट्रीय उलेमा काउं’सिल के गया शहरी विधा’नसभा के उम्मी’दवार पर’वेज मंसूरी पर एफ’आईआर हो गई है।
प्रत्या’शी अपने वो’टरों को लुभाने के लि’ए कोई भी क’सर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐ’से में कुछ गल’तियां भी क’र दे रहे है। कु’छ ऐसा ही रवि’वार को। गांधी मै’दान गेट नंबर के स’मीप से राष्ट्रीय उ’लेमा काउं’सिल के गया शहरी वि’धान सभा क्षेत्र के प्रत्या’शी परवेज मं’सूरी भैंस पर सवार हो’कर जन सं’पर्क अभि’यान को नि’कले। मं’सूरी के इस अं’दाज को देख कर भी’ड़ भी जुटने लगी। मं’सूरी ने कहा कि श’हर में लगा’तार प्रदूषण ब’ढ़ते जा रहा है। इस’लिए हम भैं’स पर चढ़े हैं, ताकि प्रदू’षण न फैले। परवेज मंसू’री की सोच को समर्थन भी मि’लने लगा, लेकिन सि’विल लाइन के था’नेदार ने नि’यम का ऐसा पाठ-पढ़ा’या कि ने’ताजी को म’हंगा पड़ गया और उनके खि’लाफ थाने में एफ’आईआर दर्ज हो गई।
गांधी मै’दान से स्वरा’जपुरी रोड पर पहुँचे नेता’जी को पुलि’स ने गिर’फ्तार कर लिया और आई’पीसी की धा’रा 269 (जीवन के लिए खत’रनाक बी’मारी के संक्र’मण को फै’लाने में लापर’वाही) और धा’रा 270 (घा’तक कार्य जी’वन के लिए खत’रनाक बीमारी के संक्र’मण को फै’लाने की संभा’वना) के तहत पशु क्रू’रता नि’वारण अधि’नियम और सो’शल डिस्टें’शिंग की अव’हेलना के नाम पर उन्हें गिर’फ्तार कर बा’द में उन्हें जमा’नत पर रि’हा कर दिया गया।
परवेज के अनु’सार, जैसा कि वह राजने’ताओं को आईना दिखाना चाहते थे क्यों’कि गया बिहा’र का सबसे गंदा श’हर है। अगर वह विधान’सभा चुना’व जीत गए तो गया प्रदू’षण मुक्त शहर होगा। उन्होंने आ’रोप लगाया कि एन’डीए के उम्मी’दवार प्रेम कुमार 30 साल से विधा’यक हैं, जबकि कां’ग्रेस के उम्मी’दवार मोहन श्रीवा’स्तव 15 साल के लिए गया के डिप्टी मेयर हैं, लेकि’न वे गया में वि’कास प्रदा’न करने में वि’फल रहे।
गया एस’एसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि उ’नके और उनके सम’र्थकों के खि’लाफ सि’विल ला’इंस पुलिस स्टे’शन में एफआ’ईआर दर्ज की गई। यह पशु अधि’नियम के लिए क्रू’रता की रोक’थाम का उल्लं’घन था। पुलिस जांच करे’गी और उसके अनु’सार आगे ब’ढ़ेगी।
इससे पहले ईसी’आई ने राजनी’तिक दलों को चुनाव प्रचार के लिए जा’नवरों का इस्तेमा’ल न करने की सला’ह दी है। चुनाव आ’योग ने राजनी’तिक दलों और उम्मीद’वारों को किसी भी तरह से चुनाव प्रचा’र के लिए किसी भी जानवर का इस्ते’माल करने से पर’हेज करने की स’लाह दी है। चु’नाव आयोग के एक अधि’कारी ने कहा कि कि’सी पार्टी के पास, किसी जान’वर का चित्रण करने वाले प्रती’क को पार्टी के किसी भी चुना’व प्रचार में उस जा’नवर का लाइव प्रद’र्शन नहीं करना चा’हिए।
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