मुजफ्फरपुर में महापर्व पर छठ घाटों की साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा तक के इंतजाम किए जाएंगे। बूढ़ी गंडक के छठ घाटों पर दो-दो नाव व नाविकों के साथ ही एक-एक गोताखोर की तैनाती रहेगी। नाव पर लाल पट्टी लगेगी। अखाड़ा घाट, आश्रम घाट और लकड़ीढाई घाट पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। निगम का गश्ती दल पूजा शुरू होने से समाप्त होने तक घूम-घूम कर लोगों को खतरे से आगाह करेगा। घाटों की सफाई के अलावा तोरण द्वार, बैरिकेडिंग, पंडाल, कंट्रोल रूम, चेंजिंग रूम, लाइटिंग, लाउडस्पीकर, यूरिनल, बैठने का इंतजाम, वाच टावर आदि की व्यवस्था होगी।
इस संबंध में नगर आयुक्त नवीन कुमार ने आदेश जारी किया है। छठ घाटों पर जरूरत के अनुसार मरम्मत, पहुंच पथों के निर्माण से लेकर बिजली व्यवस्था का वरीय प्रभार कार्यपालक अभियंता और उप नगर आयुक्त को सौंपा गया है। अगले 17 नवम्बर तक मरम्मत के साथ पानी में सुरक्षा घेरा का काम पूरा करने को कहा गया है।
नदी या तालाब के छठ पर पानी की गहराई अधिक होने पर सुरक्षा घेरा बनेगा। यहां रस्सी व बांस के घेरा के साथ साइन बोर्ड लगाया जाएगा। अधिक पानी वाले तालाबों से पानी निकाल जलस्तर कम किया जाएगा। घाटों पर तैयारी को लेकर सिटी मैनेजर, इंजीनियर, सफाई प्रभारी, अंचल निरीक्षक के साथ ही अन्य अफसरों को अलग-अलग जिम्मेवारी दी गई है।
बूढ़ी गंडक स्थित 5 छठ घाट: अखाड़ा घाट, आश्रम घाट, सिकंदरपुर सीढ़ी घाट, लकड़ीढ़ाई घाट और चंदवारा घाट।
पोखर घाट समेत 24 घाट : तीनपोखरिया पोखर, साहू पोखर, पड़ाव पोखर, रामदयालू पोखर, बेला पोखर, कन्हौली मठ, मालीघाट, विश्वविद्यालय पोखर, बीबीगंज पोखर, रेलवे पोखर, कर्बला घाट, परिवार नियोजन घाट, आईजी घाट, किला घाट, निषाद पथ, कलावती घाट, सुकन सहनी घाट, दादर घाट, साहेब घाट, कुंडल धोबी घाट, रामेश्वर सिंह कॉलेज के पीछे घाट, श्याम टॉकीज के पीछे पोखर और ब्रह्मपुरा पोखर।
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