बिहार: राज्य के विश्वविद्यालयों में लागू हुए चार वर्षीय स्नातक च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तीसरे से आठवें सेमेस्टर के लिए पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। राजभवन से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही पाठ्यक्रम तैयार कर लिये जाएंगे। इसी क्रम में सोमवार को राजभवन में विभिन्न विश्वविद्यालयों के 100 से अधिक विशेषज्ञ विवि शिक्षक जुटे हुए थे।मालूम हो कि पहले और दूसरे सेमेस्टर का सिलेबस तैयार कर लिया गया है। तीसरे सेमेस्टर के सिलेबस की जरूरत जुलाई 2024 में पड़ेगी। राज्य के विश्वविद्यालयों में 2023-27 सत्र में चार वर्षीय सीबीसीएस आधारित स्नातक पाठ्यक्रम लागू किया गया है। बताया जा रहा है कि इससे बिहार के छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पढ़ाई के साथ प्रतियोगिता में अधिक सफलता मिलेगी। द्वितीय वर्ष चार सेमेस्टर 80 क्रेडिट का करने पर यूजी डिप्लोमा की उपाधि मिलेगी। तृतीय वर्ष यानी 6 सेमेस्टर के बाद स्टूडेंट को यूजी डिग्री मिलेगी। तीन साल में छह सेमेस्टर करने पर अंतर स्नातक डिग्री (ऑनर्स) मिलेगी। इस प्रकार तीन साल में छात्र स्नातक की डिग्री ले सकेंगे।वहीं, जिनको शोध में जाना है, वे चौथे साल का कोर्स करेंगे और सातवें सेमेस्टर में नामांकन लेंगे। तब आठ सेमेस्टर यानी चार साल का कोर्स करने पर अंतर स्नातक आनर्स ( शोध के साथ) की डिग्री मिलेगी।
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