पटना : कोरोना संकट और लॉक डाउन की मार सीबीएसई के सिलेबस पर भी पड़ी है। सीबीएसई बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2020 21 को छोटा करने का बड़ा फैसला ले लिया है। सीबीएसई बोर्ड के इस निर्णय से शैक्षणिक सत्र 2020-21 का सिलेबस छोटा हो जाएगा। लेकिन बताया गया है कि 2021 में परीक्षा समय पर ली जाएगी। लॉक डाउन की वजह से लगातार स्कूल बंद है और छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई का सहारा लेना पड़ रहा है।
9वीं से 12वीं तक के महत्वहीन टॉपिक को नहीं पढ़ाने का निर्देश
सीबीएससी बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने इस निर्णय के संबंध में बताया है कि सत्र 2020 से 21 को का सिलेबस के सिलेबस में कटौती करने का निर्णय लिया गया है ।बोर्ड की तरफ से स्कूलों को स्पष्ट कह दिया गया है कि कक्षा 1 से 8 तक के सिलेबस में खुद कटौती कर सकते हैं। साथ ही 9वीं से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं में महत्व विहीन टॉपिक को नहीं पढ़ाने का निर्देश भी दिया गया है। बोर्ड की तरफ से बताया गया है कि केंद्र और राज्य सरकार से सुझाव मांगे गए हैं ।उसके अनुसार एकेडमिक सत्र 2020-21 सत्र में लॉक डाउन की वजह से हुए नुकसान पर बोर्ड बदलाव का फैसला लिया है।
बोर्ड ने यह भी बताया है की लॉक डाउन की वजह से स्कूल लगातार मार्च से ही बंद है ।वहीं दूसरी तरफ सत्र बदलने के बाद से छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है ।गर्मी की छुट्टियों को भी कम करने का बोर्ड ने आदेश दे दिया है ।इसके साथ ही एनसीईआरटी के नए शैक्षणिक कैलेंडर को फॉलो करने के लिए कहा गया है। इतना ही नहीं बोर्ड ने बताया है कि बहुविकल्पीय प्रश्नों को लाने पर भी बोर्ड निर्णय ले सकता है। गौरतलब है कि पहले ही कक्षा 9 से लेकर 12 तक के पैटर्न में बदलाव किया गया है। सीबीएसई ने 12वीं तक की वार्षिक परीक्षाओं और बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नों के कंपोजीशन में भी बदलाव किया है ।वहीं दूसरी तरफ यह भी बताया गया है कि सिर्फ बची हुई परीक्षाओं को यानी 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई तक आयोजित किया जा रहा है ।वहीं 12वीं परीक्षा का रिजल्ट अगस्त तक तो 10वीं परीक्षा का रिजल्ट जून के अंत तक जारी कर दिया जाएगा। बोर्ड के द्वारा बताया गया है कि कॉपियों का मूल्यांकन लगातार जारी है। 15 जून तक दसवीं के सभी विषयों का मूल्यांकन पूरा करने का टारगेट रखा गया है।
Input: News4nation
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