बिहार के जाने-माने नेता और पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद की शादी कल 15 फरवरी को संपन्न हो गई है। आनंद मोहन अपनी बेटी की शादी के लिए 15 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर हैं। दोनों को आशीर्वाद देने के लिए बिहार के कई बड़े नेता समारोह में शामिल हुए। जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव प्रमुख हैं।
क्यों हो रही है आनंद की बेटी की शादी की इतनी चर्चा
सुरभि आनंद और हंसराज की शादी की चर्चा पूरे बिहार और राज्य की राजनीति में जोरों पर है। शादी के दौरान दो घोर दुश्मन पप्पू यादव और आनंद मोहन को एक-दूसरे से गले मिलते देखा गया। वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने आनंद और उनकी पत्नी से काफी देर तक गुफ्तगू भी की। शादी में शाहनवाज हुसैन, राजीव प्रताप रूडी, विजय चौधरी, अशोक चौधरी समेत सभी दलों के कई नेताओं का भी तांता देखने को मिला।
दुश्मन से दोस्त बने पप्पू यादव और आनंद मोहन
सुरभि आनंद और राजहंस की शादी के बहाने दो बाहुबलियों की दुश्मनी दोस्ती में बदल गई। पप्पू यादव और आनंद मोहन की दुश्मनी और प्रतिद्वंद्विता से बिहार का बच्चा-बच्चा वाकिफ है। लंबे समय तक दोनों के एक-दूसरे के जानी दुश्मन के समान रहे। कोसी क्षेत्र में वर्चस्व लड़ाई को लेकर दोनों के बीच कई बार मुठभेड़ भी हुई थी। लेकिन वह दोनों समारोह में ऐसे मिले, जैसे बिछड़ा भाई कई सालों बाद मिला हो। इससे पहले भी पप्पू यादव उनकी बेटी की सगाई में शामिल हुए थे। जहां दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया था।
सीएम नीतीश कुमार ने 20 मिनट तक की आनंद और लवली से बातचीत
सीएम नीतीश कुमार आनंद की बेटी की शादी में शाम 7:15 बजे पहुंचे थे। जहां दोनों वर-वधू ने नीतीश कुमार के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। सीएम ने बाहुबली आनंद मोहन और उनकी पत्नी लवली आनंद से मुलाकात की। साथ ही वह लगभग उनसे 20 मिनट तक बातचीत करते रहे थे। बिहार के सीएम और पप्पू यादव के अलावा सुरभि आनंद और राजहंस की शादी में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी भी पहुंचे थे।
बीजेपी के कई नेता भी हुए शामिल
सुरभि और हंसराज की शादी में पक्ष के साथ-साथ बीजेपी के विधायक नीरज कुमार बबलू ,सम्राट चौधरी, गुरू प्रकाश पासवान भी समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। बताया जाता है कि उनकी आनंद मोहन से कई सालों से पुरानी रिश्तेदारी है। इसलिए आनंद जब भी भी बाहर आते हैं तो नीरज उनसे जरूर मुलाकात करते हैं। हालांकि, दोनों की शादी में पहले से ही उम्मीद की जा रही थी कि लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलेगी। सुरभि और हंसराज की शादी में करीब 15 हजार से भी ज्यादा लोग पहुंचे थे।
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