बिहार में एक निजी अस्पताल के डॉक्टर शिवम आनंद की एक और कारस्तानी सामने आयी है। पटना के इस डॉक्टर ने महिला दारोगा के साथ दु’ष्कर्म ही नहीं किया बल्कि उनकी तस्वीर भी खींची थी। डॉक्टर ने उस तस्वीर को अपने दोस्तों के बीच वायरल कर दिया था। छल करके गुपचुप तरीके से डॉक्टर ने उनकी तस्वीर खींच ली थी।
इसकी जानकारी मिलने के बाद महिला दारोगा के होश फाख्ता हो गये। अंत में उन्होंने डॉक्टर से शादी नहीं करने और उसे सबक सिखाने का फैसला लिया। महिला दारोगा व डॉक्टर शिवम के बीच सगाई के बाद से ही बकझक शुरू हो गयी थी।
दहेज के रूपए भी लिए थे
महिला दारोगा के घरवालों ने जब डॉक्टर से अपने दिये गये रुपये वापस करने के लिये कहा तो उससे भी आरोपित ने इनकार कर दिया। काफी समझाने के बाद भी जब डॉक्टर व उसके घरवाले नहीं मानें तो पीड़िता ने केस कर दिया।
दूसरी ओर महिला दारोगा से दुष्कर्म करने वाले निजी अस्पताल के डॉक्टर को दीघा थाने की पुलिस ने रविवार को जेल भेज दिया। वहीं उसके साथ पुलिस पर हमला करने का आरोपित बाउंसर प्रभात भी जेल चला गया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपित डॉक्टर से पूछताछ की।
पूरे प्रकरण पर एक नजर
गौरतलब है कि एक महिला दारोगा ने निजी अस्पताल के एमबीबीएस डॉक्टर पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए दीघा थाने में केस दर्ज करवाया था। आरोप था कि महिला दारोगा और डॉक्टर की सगाई हो चुकी थी। इसी दौरान डॉक्टर ने एक होटल में महिला दारोगा को बुलाकर दुष्कर्म किया। उसने घर में भी हरकत करनी चाही लेकिन महिला दारोगा ने डॉक्टर का विरोध कर दिया।
इस बात की जानकारी उन्होंने अपनी मां को दी। इसके बाद घरवालों ने डॉक्टर पर केस दर्ज करवा दिया। पुलिस की जांच में आरोप सही पाये गये थे। इसके बाद पुलिस डॉक्टर को गिरफ्तार करने शास्त्री नगर थाना इलाके के बेली रोड स्थित एक निजी अस्पताल में गयी थी। पुलिस ने जैसे ही डॉक्टर को पकड़कर उसे जीप में बैठाया, वहां मौजूद उसके साथी व बाउंसर हंगामा करने लगे।
डॉक्टर व बाउंसरों ने मिलकर दीघा थाने के दारोगा अनूप कुमार ठाकुर की जमकर पिटाई कर दी। उनकी वर्दी तक फाड़ डाली गयी। इसके बाद अतिरिक्त बलों के पहुंचने पर पुलिस ने आरोपित डॉक्टर व एक बाउंसर प्रभात को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अस्पताल के अन्य बाउंसरों व दो डॉक्टरों पर शास्त्री नगर थाने में केस दर्ज है।
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