मोतिहारी में सुबह-सुबह 8:00 बजे के करीब में उस वक्त अफरातफरी मच गई। जब अचानक लोगों को धरती हिलने का महसूस हुआ। हालांकि जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक फिर धरती शांत हो गई थी। लेकिन कुछ देर के लिए लोग तो सहम जरूर गए थे, स्थानीय लोगों ने बताया कि रविवार का दिन होने के कारण कुछ देर तक बेड पर लेटे हुए थे।
इसी दौरान लगा कि किसी ने बेड को हिला दिया है। जब उठकर देखा तो वहां कोई नहीं था, तब महसूस हुआ कि कहीं भूकंप तो नहीं आया था, जिसके बाद सभी घर से बाहर निकल इधर-उधर देखने लगे, लेकिन भूकंप कुछ सेकंड के लिए आया था।
इसकी वजह से लोग अपने घरों में वापस हो गए। इस भूकंप का असर खास करके नेपाल से सटे हुए इलाके जैसे घोड़ासहन, आदापुर,रक्सौल सहित मोतिहारी में भी महसूस किया गया। वैसे गाड़ी चलाने वालों को इसका बिल्कुल एहसास नहीं हुआ। लेकिन जो लोग बेड पर या कुर्सी पर बैठे हुए थे।
उन्हें इसका ऐहसास भरपूर हुआ। हालांकि भूकंप की तीव्रता महक 5.5 ही था। जिसके वजह से बहुत लोग इसे महसूस नहीं कर सके। लेकिन भूकंप आने के बाद से एक बार फिर से लोग तो भय जरूर आ गया हैं। हालांकि इससे अब तक किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ हैं।
रविवार की सुबह जो भूकंप का झटका आया था उसका मुख केंद्र बिंदु काठमांडू से 147 किमी दक्षिण-पूर्व में इसका केंद्र था।
हालांकि भूकंप की वजह से फिलहाल किसी भी तरह से नुकसान की कोई खबर नहीं है. रविवार सुबह 7 बजकर 58 मिनट पर नेपाल के काठमांडू में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.5 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक राजधानी से 147 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
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