बिहार STET एग्जाम 2019 पास कर चुके अभ्यर्थियों ने गुरुवार को पटना सचिवालय पर बवा’ल किया। अभ्यर्थी सर्टिफिकेट से मेरिट और नॉन मेरिट का कॉलम हटाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि सरकार जब तक उनकी बात नहीं मानेगी, तब तक वह यहीं ड’टे रहेंगे।मिली जानकारी के अनुसार, छात्र सचिवालय कैंपस में भी घु’स गए। गेट पर तैनात गार्ड ने जब रोकने की कोशिश की तो उसे ध’केल दिया। छात्रों को काबू में करने के लिए पुलिस पहुंची और ब’ल प्रयोग कर छात्रों को ख’देड़ा। कई छात्रों को घसी’टते हुए हिरा’सत में ले लिया गया है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षा मंत्री बोले थे कि जो अभ्यर्थी पास होंगे, उन्हें क्वालिफाइड या नॉनक्वालिफाइड श्रेणी में रखा जाएगा। लेकिन जब हम लोगों को सर्टिफिकेट मिला तो उसमें क्वालिफाइड तो लिखा था लेकिन साथ ही नॉट इन मेरिट लिस्ट भी जोड़ दिया गया था। मेरिट और नॉन मेरिट की बात की जानकारी नहीं दी गई थी। यह गलत है। सरकार जल्द से जल्द हमारी मांग पूरी करें।ख़बरों के मुताबिक, छात्र ज’बरिया सचिवालय परिसर में घु’स गए तो पुलिस ने पहले अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश की लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस ने ला’ठीचार्ज किया। आ’रोप है कि पुलिस कई अभ्य’र्थियों को घ’सीटते हुए सचिवालय कैंपस के बा’हर ले गई। इस दौरान कई अभ्यर्थी घा’यल हो गए। पुलिस ने करीब आधा दर्जन छात्रों को हि’रासत में भी लिया है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि हम लोगों पर पुलिस ने बर्ब’र तरीके से ला’ठियां ब’रसाई हैं। पुलिस ने न सिर्फ बेरह’मी से पी’टा, बल्कि सड़क पर घसी’टा भी। तीन अभ्यर्थियों के सिर में चो’टें आई है। जबकि एक अभ्यर्थी ज’ख्मी हो गए। \बता दें, STET 2019 में 80402 अभ्यर्थी क्वालिफाइड हुए थे। इनमें से 30675 अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में रख दिया गया और बाकी को नॉन मेरिट लिस्ट में रखा गया। अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री से अपील की है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले और अपने बात पर कायम रहें।
Be First to Comment