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पटना : आपराधिक मामलों में शिथिल कार्रवाई पर गंभीर दिखे मुख्यमंत्री, जारी किये ये निर्देश

पटना : जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के सामने कई ऐसे आपराधिक मामले आये, जिनमें पुलिस की कार्रवाई की रफ्तार काफी सुस्त है। इन मामलों पर मुख्मंत्री गंभीर दिखे। इस दौरान उन्होंने डीजीपी को कई निर्देश भी दिये।

इस दौरान मुजफ्फरपुर से आये एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि उनकी बेटी की हत्या उसकी ससुराल में पिछले साल हुई, लेकिन, इस मामले में अब-तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह सुनते ही मुख्यमंत्री ने डीजीपी को फोन लगाया और उन्हें खुद पूरी बात बताई और मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिये।

इस तरह के कई मामले मुख्यमंत्री के पास सोमवार को पहुंचे। सभी मामलों में उन्होंने डीजीपी और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को तत्काल एक्शन लेने को कहा। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 187 लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं। सीएम ने इनके शीघ्र निष्पादन का निर्देश पदाधिकारियों को दिया। अधिकतर शिकायतें पुलिस और जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर थीं।

एक महिला ने शिकायत की कि उनके पति की हत्या 2015 में कर दी गयी थी। इसके बाद भी अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी। नाबालिग के अपहरण मामले में कोई सुराग नहीं मिलने की घटना पर मुख्यमंत्री ने आश्चर्य व्यक्त किया और पूरे मामले की तहकीकात करने का निर्देश डीजीपी को दिया।

इसी दौरान भागलपुर के कहलगांव के एक वृद्ध फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि दबंग विपक्षियों ने मेरी खतियानी जमीन को जबरन कब्जा कर लिया है। इसके बाद भी इस मामले में उनके ही बेटे को जेल भेज दिया गया है। बेतिया के एक बुजुर्ग ने जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिलने की शिकायत की। 1974 में जेल जाने के बावजूद उन्हें जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिल रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तय मानकों के अनुरूप पाए जाने वाले सभी लोगों को पेंशन दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को विचार करने का निर्देश दिया।


बेतिया से आये एक युवक ने कहा कि हमारे पिता बिहार पुलिस में कार्यरत थे। सेवा के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मौत के बाद हमें अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी जा रही है। पुलिस विभाग की तरफ से जानकारी दी गई कि आपके दो-दो भाई नौकरी में हैं, इसीलिए आपको अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी जा सकती। इस पर मुख्यमंत्री ने डीजीपी से जांच कर उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। जहानाबाद की एक युवती ने कहा कि उनके पिताजी को जबरन अगवाकर उनकी जमीन रजिस्ट्री करवा लेने एवं जान से मारने की धमकी दी गई है।

इसी दौरान जहानाबाद की एक महिला ने शिकायत की कि जहानाबाद जिले के हुलासगंज अंचल के अंचलाधिकारी एवं सर्किल इंस्पेक्टर के द्वारा उनके जमीन के दाखिल खारिज में अनियमितता की गई है। वहीं कलेर, अरवल के एक युवक ने पंचायत की जलाशय की जमीन को अतिक्रमणमुक्त किए जाने की मुख्यमंत्री से शिकायत की। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बेतिया के एक युवक ने पिता की हत्या के आरोपितों के गिरफ्तार नहीं किए जाने की शिकायत की।

जनता दरबार के दौरान सीएम ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री रामसूरत राय से कहा कि गौर से सुनिये लोगों की शिकायतों को। इसके बाद मंत्री सीएम के पास आ गये। सीएम ने कहा कि आपके विभाग से जुड़े कई मामले आये हैं। इसलिए जरा सुना कीजिए। इस पर मंत्री ने कहा कि जी, मैं सुन रहा हूं।

 

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