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गया के इस युवक के साथ हुआ कुछ ऐसा कि आप कह उठेंगे, जाको राखे साइयां मार सके न कोई…

जाको राखे साइयां मार सके ना कोई …यह रविवार को एक बार फिर चरितार्थ हुआ। परिवारिक कलह के ऊब कर एक युवक ने आत्‍महत्‍या का निर्णय ले लिया। इसके बाद वह गया – कोडरमा रेल खंड के पहाड़पुर स्टेशन पहुंच गय। इसके बाद हटिया-पूर्णिया सुपरफास्ट एक्सप्रेस की छत पर चढ़कर उसने हाई वोल्टेज ओवरहेड तार को पकड़ लिया। इसके बाद उसे जोर का झटका लगा। उसके शरीर में आग भी लग गई। वह ट्रेन की छत पर गिरने के बाद करीब 15 फीट नीचे रेल ट्रैक पर गिर गया। यह देखकर दौड़े लोगों ने किसी तरह आग बुझाई। इसके बाद उसे अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। तीन दिनों से वह इलाजरत है।

पारिवारिक कलह से तंग आकर गया था जान देने

जानकारी के अनुसार मोहनपुर थाना क्षेत्र के अंबारी निवासी 25 वर्षीय राजीव कुमार के परिवार में कुछ अनबन हो गई थी। इससे आजिज होकर उसने अपनी इहलीला समाप्‍त करने का निर्णय ले लिया। इसी क्रम में वह पहाड़पुर स्‍टेशन पहुंच गया। लेकिन कहते हैं कि भगवान नहीं चाहे तो कुछ भी नहीं हो सकता है। राजीव ने ओवरहेड वायर को पकड़ लिया। काफी हाईवोल्‍टेज वाले इस तार के संपक में आने से किसी की जान क्षण भर में जा सकती है। लेकिन राजीव तार को पकड़ा तो उसे जोर का झटका लग गया। शरीर में आग लगने के बाद वह पहले ट्रेन की छत पर और फिर नीचे गिर पड़ा। परंतु होनी को कुछ और मंजूर था। स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में उसे बचाने का प्रयास शुरू कर दिया गया। आरपीएफ एवं ग्रामीणों के सहयोग से पहले सीएचसी फतेहपुर लाया गया। उसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए बर्न वार्ड गया में भर्ती कराया गया है। वहां तीन दिनों से उसका इलाज चल रहा है।

पटरी पर गिरा तो मालगाड़ी भी गुजरी लेकिन बच गई जान

घटना के बाद ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि भगवान ना चाहे तो कोई लाख जतन कर ले लेकिन अपना प्राण नहीं त्याग सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि ओवरहेड वायर का करंट 25000 वोल्ट का होता है। एक झटके से कई लोगों की जान जा सकती है परंतु उसके झटके को भी युवक ने झेल लिया। साथ ही करीब 15 फीट की ऊंचाई से गिट्टी भरे रेलवे ट्रैक के नीचे गिरने के बावजूद भी उसे गंभीर चोट नहीं लगी। संयोग देखिए कि जिस वक्त युवक ट्रेन की छत से गिर रहा था। उसी समय डाउन रेल खंड पर एक मालगाड़ी गुजर रही थी। अगर मौत रहती तो उसकी भी चपेट में आकर युवक की जीवन लीला समाप्त हो सकती थी।

करंट प्रवाहित तार को छू लिया। तार के चपेट में आने के बाद आम लोगों की जीवन लीला समाप्त हो जाती है परंतु भगवान की मर्जी ही कुछ और थी। युवक तार के झटके से ट्रेन की छत पर गिरते हुए करीब 15 फीट नीचे रेलवे ट्रैक पर गिर पड़ा। इस दौरान उसके शरीर में आग की लपटें भी निकलने लगी। परंतु होनी को कुछ और मंजूर था स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा आनन-फानन में उसे बचाने का प्रयास शुरू कर दिया गया। आरपीएफ एवं ग्रामीणों के द्वारा इलाज के लिए पहले सीएचसी फतेहपुर लाया गया। उसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए बर्न वार्ड गया में भर्ती कराया गया है। जहां पिछले 3 दिनों से उसका इलाज किया जा रहा है।

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