व्यवहार न्यायालय के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। चार सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर सूबे स्तर पर सभी जिलों में हड़ताल की घोषणा की गयी है। इस दौरान सभी न्यायिक कर्मचारी कार्य से अलग रहे। व्यवहार न्यायालय के तृतीय व चतुर्थ वर्गीय उपस्थित कर्मचारी परिसर में ही बैनर पोस्टर लगाकर धरने पर बैठे रहे।
न्यायालयों के न्यायिक ठप रहे। थानों में गिरफ्तार आरोपितों और वारंटियों का रिमांड भी नहीं हो सका। जिला इकाई के सचिव उमेश प्रसाद ने बताया कि विधि-विभाग ने सकारण आदेश जारी करते हुए 35 वर्षों से लंबित वेतनमान विसंगतियों के दावे को खारिज कर दिया है।
साथ ही इस संबंध में हाइकोर्ट से पारित आदेश को भी दरकिनार कर दिया गया है। उन्होंने कर्मचारियों को अपनी एकता बनाए रखने के लिए आह्वान किया।
Be First to Comment