मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से यात्रा पर निकलने वाले हैं. मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा 23 दिसंबर से गांधी की धरती चंपारण से शुरू होने वाली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी जितनी भी यात्राएं की हैं, वो चंपारण से ही शुरू हुई। वे अपनी यात्रा के दौरान कई योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करते हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री के हाथों उद्घाटन किए योजनाओं की क्या स्थिति है, यह किसी से छिपी हुई नहीं है। सीएम नीतीश कुमार नवंबर 2016 में यात्रा पर निकले थे. इस दौरान 9 नवम्बर 2016 को सीएम नीतीश द्वारा सात निश्चय योजना की शुरुआत महादेव की नगरी अरेराज नगर पंचायत वार्ड- 03 में की थी. आठ सालों बाद भी मुख्यमंत्री का सपना साकार नहीं हो सका है. सीएम के सात निश्चय योजना का हाल यह है कि जिस नगर पंचायत में इस योजना की शुरुआत की, वहीं पर उक्त योजना दम तोड़ते हुए दिख रहा है. सात निश्चय योजना की शुरुआत होने के 8 वर्ष बाद भी आधी आबादी नल-जल योजना के शुद्ध पेयजल से वंचित है. 14 वार्ड वाले अरेराज नगर पंचायत में नलजल योजना भ्रष्टाचार की भेट चढ़कर रह गया है. आज भी नगर पंचायत के वार्ड 08,14,10,11,06 में आधा आबादी नलजल के शुद्ध पेयजल से वंंचित है. नल जल योजना का कार्य कागज में चालू तो हुआ, लेकिन आमलोगों को इसका लाभ महीने में दस दिन ही मिलता है. बाकी 20 दिन खराब ही रहता है. नगर वासियों की मानें तो बिना नलजल के सुविधा दिए ही नगर पंचायत होल्डिंग टैक्स में नलजल के नाम पर 550 रुपया प्रति परिवार की वसूली करता है. सीएम नीतीश कुमार ने मोतिहारी जिले के अरेराज नगर पंचायत के वार्ड 03 में 9 नवम्बर 2016 को सात निश्चय योजना के तहत नल-जल योजना का शुभारंभ किया था. नलजल योजना में इतना घटिया कार्य हुआ कि बनने के साथ ही पाइप फटने सहित समस्याओं के कारण कभी शुद्ध पेयजल नही मिला. वार्ड पार्षदों की मानें तो वार्ड 08 ,14,11,06 में आधी आबादी को आजतक कनेक्शन ही नही मिला. वहीं वार्ड 01 के वार्ड पार्षद के अनुसार वर्ष में एक माह भी नलजल योजना सुचारू नही चलता. अभी भी बंद ही पड़ा है। वार्ड 10 के वार्ड पार्षद के अनुसार भ्रष्टाचार का भेट चढ़ने के कारण आजतक नलजल योजना का लाभ ग्रामीणों को नही मिल सका है.
बता दें, अरेराज अुमंडल के तत्कालीन एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा की सख्ती और संवेदक पर FIR करने के निर्देश के बाद नलजल का कागजी कार्य पूरा कर संवेदक ने नप को हैंडओवर किया था. लेकिन कार्य की गुणवत्ता ऐसी रही कि आधे से अधिक वार्ड में नल-जल सुचारू नही हो सका.अरेराज नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी निखिल कुमार ने बताया जो भी परिवार नलजल योजना से वंचित हैं, उसे पूरा करने के लिए सर्वे कराकर टेंडर की कार्रवाई की जा रही है. वहीं जहां भी खराब होने की सूचना मिलती है उसे त्वरित ठीक कराया जाता है.
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