मुजफ्फरपुर : लंगट सिंह कॉलेज आईक्यूएसी ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के रूसी विभाग के सहयोग से रूसी भाषा को समर्पित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रूस के भाषा विशेषज्ञों द्वारा ज्ञानवर्धक सत्र प्रस्तुत किए गए।
अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय ने कहा कि कार्यशाला ने छात्रों और शिक्षकों को रूसी भाषा और संस्कृति की बारीकियों को समझने का एक अवसर प्रदान किया है। उन्होंने भारत-रूस मैत्री की स्थायी प्रकृति पर बोलते हुए कहा कि और इस बंधन को मजबूत करने में शैक्षणिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा। प्रो. राय ने विश्वास व्यक्त किया कि इस तरह की पहल अंतर-सांस्कृतिक समझ और वैश्विक नागरिकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। छात्रों को विविध भाषाओं और संस्कृतियों से परिचित कराकर, कॉलेज का उद्देश्य उन्हें तेजी से परस्पर जुड़ी दुनिया में पनपने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है।
रूस से आए प्रतिष्ठित विशेषज्ञों पोलिना दोरोजाकिना और अन्ना लिस्टोवा ने रूसी भाषा की बारीकियों, उसके व्याकरण और उच्चारण के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने साहित्य, संगीत और कला सहित समृद्ध रूसी संस्कृति से छात्रों को परिचित कराया। उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान सदियों पुराना है और यह दोनों देशों की भाषाओं और संस्कृतियों को प्रभावित करता रहा है। आईक्यूएसी समन्वयक प्रो एसआर चतुर्वेदी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि कार्यशाला ने प्रतिभागियों को रूसी भाषा बोलने, पढ़ने और लिखने के कौशल का अभ्यास करने इंटरैक्टिव भाषा सत्रों में भाग लेने, तथा रूस की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रति गहरी समझ हासिल करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया है।
कार्यशाला में यूनिवर्सिटी रशियन विभाग के प्राध्यापक डॉ दिव्यम प्रकाश और डॉ सुषमा कुमारी ने भी रशियन भाषा और संस्कृति पर अपने विचार रखे। कार्यशाला में डॉ तथागत बनर्जी, डॉ शशिकांत पाण्डेय, डॉ बाणेश्वर शर्मा, डॉ नवीन कुमार, डॉ इम्तियाज, सुजीत कुमार, राहुल कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।
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