पटना: बिहार के विश्वविद्यालयों के बैंक खातों पर लगी रोक हटा दिया गया है. शिक्षा विभाग की बैठक में कुलपतियों के न आने के बाद अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सारे यूनिवर्सिटी के बैंक खातों पर रोक लगा दिया था। इसके बाद गंभीर संकट खड़ा हो गया था। शिक्षकों से लेकर कर्मचारियों के वेतन रूक गये थे। आज शिक्षा विभाग ने रोक हटायी लेकिन बड़ी शर्त रख दी।
शिक्षा विभाग के उप निदेशक दीपक कुमार सिंह ने सारे कुलपति को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है- शिक्षा विभाग द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के सभी खातों के संचालन पर अगले आदेश तक रोक लगाई गई थी। इस क्रम में निदेशानुसार अंकित करना है कि अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में विश्वविद्यालयों में विलंबित परीक्षाओं की स्थिति की समीक्षा तथा चालू परीक्षाओं के समयबद्धता की स्थिति की समीक्षा हेतु एक बैठक दिनांक-09.03.2024 को 12:00 बजे मध्यान में मदन मोहन झा स्मृति भवन, शिक्षा विभाग में आयोजित की गई है जिसमें कुलपति, कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक द्वारा सभी प्रतिवेदनों के साथ ससमय भाग लिया जाये.उक्त समीक्षा बैठक में कुलपति समेत सभी पदाधिकारियों के साथ भाग लेने की प्रत्याशा में बैंक खातों के संचालन पर रोक को तत्काल स्थगित रखने का निर्णय लिया जाता है।
शिक्षा विभाग के इस पत्र से स्पष्ट है कि बैंक खातों पर रोक सिर्फ़ 3 दिन के लिए हटायी गयी है. 9 मार्च को शिक्षा विभाग ने फिर से सारे कुलपति, कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक की बैठक बुलाई है. अगर उस बैठक में वे शामिल नहीं होते हैं तो फिर से बैंक खातों पर रोक लगेगी.
बता दें कि केके पाठक के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने 28 फरवरी को बिहार के सभी विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार और परीक्षा नियंत्रकों की बैठक बुलाई थी. राजभवन के आदेश पर कुलपति इस बैठक से दूर रहे. इस पर एक्शन लेते हुए के के पाठक ने सभी कुलपतियों का वेतन बंद कर दिया और विश्वविद्यालय के बैंक खातों के संचालन पर रोक लगा दी थी. केके पाठक के आदेश पर विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और दूसरे पदाधिकारियों पर केस में भी दर्ज कराया जा रहा है.
अब केके पाठक ने तीन दिन की मोहलत दी है। सारे वीसी. रजिस्ट्रार और परीक्षा नियंत्रकों को 9 मार्च को बैठक में आने को कहा है। अगर वे बैठक में नहीं आते हैं तो फिर से बैंक खातों पर रोक लगेगी।
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