सासाराम-बिहारशरीफ में हिंसा को लेकर बिहार में सियासी पारा उबाल मार रहा है। सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। AIMIM के विधायक अख्तरूल ईमान ने सीएम नीतीश कुमार के उस बयान पर पलटवार किया है। जिसमें उन्होने असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी का एजेंट करार दिया था।
जदयू-बीजेपी एक सिक्के के दो पहलू- AIMIM
AIMIM विधायक अख्तरूल ईमान ने कहा कि जदयू और बीजेपी एक ही सिक्के के दो पहलू है। नीतीश कुमार और बीजेपी की दोस्ती 18-20 साल पुरानी है। नीतीश कुमार कब कहां चले जाएं कोई नहीं जानता। इन्हें बिहार की जनता से कुछ लेना-देना नहीं है। इन्हें सिर्फ कुर्सी से मतलब है। सासाराम-बिहारशरीफ में हुई हिंसा में एक ने साजिश रची और एक ने छूट दी।
बीजेपी के एजेंट हैं ओवैसी- नीतीश कुमार
आपको बता दें इससे पहले नीतीश कुमार ने ओवैसी को बीजेपी का एजेंट बताया था। और कहा था कि केंद्र में जो रूलिंग हैं उन्हीं के वे एजेंट हैं। जिन पार्टियों के बड़ी संख्या में एमपी हैं, उनसे ज्यादा असदुद्दीन ओवैसी का न्यूज छपता है, पूरे देशभर में। कहां के रहने वाले हैं और कहां न्यूज छपता है? उनका यहां कुछ है? जब हम एनडीए से अलग हुए थे तब ओवैसी मिलना चाहते थे, हमने मना कर दिया था।
हिंसा से जदयू-बीजेपी को फायदा- ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान दिया था कि सासाराम और बिहारशरीफ जैसी हिंसा की घटनाओं से जदयू और बीजेपी दोनों को फायदा होता है। हाल ही में पूर्णिया और किशनगंज में चुनावी रैली के दौरान ओवैसी ने बिहार की महगठबंधन सरकार पर जमकर हम’ला बोला था। और नीतीश कुमार पर भी तंज कहा था। उन्होने कहा था कि नीतीश कुमार कभी बीजेपी से निकाह करते हैं, तो कभी तलाक दे देते हैं। ओवैसी ने कहा था कि नीतीश कुमार पीएम बनने का सपना देख रहे हैं। लेकिन भूल गए है कि दिल्ली का रास्ता सीमांचल से होकर जाता है।
बिहार में हुई हिंसा के बाद से सियासी दलों का वार-पलटवार का दौर तेज हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दंगाइयों को उल्टा लटकाकर सीधा करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप भूल गए जब 2017 में फिर हम इनलोगों के साथ गए थे तो एक घटना हुई थी, उसमें एक नेता का बेटा शामिल था, तो उसको भी हम गिरफ्तार करवाए थे। ये लोग कभी कुछ किए हैं।
Be First to Comment