पटना: उपेंद्र कुशवाहा के जदयू को छोड़ने के बाद से बयानबाजी का दौर जारी है। उपेन्द्र कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल बना ली है। इस पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है। 2021 में वह अपनी इच्छा से आये थे। तब कह रहे थे कि सबदिन के लिए रहेंगे, हमें पार्टी में आने दीजिए।
जदयू में किसी को उनकी बात अच्छी नहीं लगती थी। पर हमने सबको समझाया और वह पार्टी में आये। फिर इधर आकर उन्हें फिर क्या हो गया है? अब चले गये तो ठीक है, कोई फर्क नहीं पड़ता है। मंगलवार को सीएम नीतीश बापू सभागार में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उपेंद्र कुशवाहा कर रहे पब्लिसिटी
पत्रकारों ने पूछा कि उपेंद्र कुशवाहा कह रहे हैं कि 2024 में मोदी के खिलाफ कोई खड़ा नहीं हो सकता है, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप समझ ही सकते हैं। यह भी कहा कि आखिर उन्हें यहां आने की जरूरत क्या थी? ऐसे ही आकर कुछ बोलना है पब्लिसिटी के लिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल उपेंद्र कुशवाहा से मिलने गये हैं, के सवाल पर कहा कि अब तो आप समझ ही सकते हैं न कि क्या है यह।
ललन सिंह ने भी सुनाई थी खरी-खरी
इससे पहले जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह ने भी उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने पर कहा था कि कुशवाहा की हर मुराद नीतीश कुमार ने पूरी की। तीसरी बार पार्टी में उन्हें शामिल करने के पक्ष में एक भी पार्टी का कार्यकर्ता नहीं था। फिर भी नीतीश कुमार ने उन्हें शामिल कराया। एक बार नहीं कई बार आए गए। उनके आने जाने से जदयू को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। फिलहाल जहां जाएं वहां कुछ समय टिके जरुर रहें।
उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश को घेरा था
आपको बता दें इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जदयू को छोड़ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल बनाने का ऐलान किया था इस दौरान नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह तो पड़ोसी के घर में अपना उत्तराधिकारी तलाश रहे हैं। कुशवाहा ने आरजेडी के साथ गठबंधन करने पर भी आपत्ति जताई और कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति का अंत बुरा है।
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