बिहार : तामपान चढ़ने के साथ ही बढ़ रही गर्मी से आम लोग परेशान हैं। परेशानी का आलम यह है कि अत्यधिक गर्मी की वजह से सदर अस्पताल के आउटडोर में रोगि’यों की संख्या में अचानक इजाफा हो गया है। लोगों को सर में द’र्द, बुखा’र और डि’हाइड्रेशन को सामान्य बताया जा रहा है।
राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के आउटडोर में मेडिकल वार्ड और बच्चा वार्ड में रो’गियों की अत्यधिक भीड़ है। बच्चा रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि बढ़ती इस गर्मी में लोग बु’खार और डिहाइ’ड्रेशन की परे’शानी से ग्रसि’त हो जाते हैं। अत्यधिक गर्मी की च’पेट में ज्यादातर लोगों को बु’खार की परे’शानियां होती हैं।
बच्चों में डिहाइड्रेशन की शि’कायत रहती है। उन्होंने बताया कि बच्चा वार्ड में भी 10 बच्चे भर्ती हैं जिनमें पांच बच्चों में डिहा’इड्रेशन की प’रेशानी है। ऐसे में गर्मी से बचाव जरूरी है। खासकर बच्चों को इस गर्मी से बचाए रखने की जरूरत है। चिकित्सक बताते हैं कि घरों से निकलने के दरम्यान छाते का जरूर प्रयोग करना चाहिए ताकि गर्मी से बचा जा सके। ठंडा पानी का सेवन करना चाहिए।
अत्याधिक गर्मी और बु’खार हो जाने की स्थिति में ठंडे पानी से बदन को पोंछकर ठंडा करना चाहिए। विशेष परे’शानी की स्थिति में चिकित्सकों से मिलना चाहिए ताकि बच्चों का समुचित उपचार हो सके।
डी-हाइड्रेशन होने की स्थिति में ओआरएस का घोल और जिंक का सिरप के साथ-साथ जरूरत के हिसाब से दवा का सेवन चिकित्सकीय सलाह के अनुसार जरूरी है। चिकित्सक बताते हैं कि इन्फेक्शन से बचने के लिए साफ और ताजा भोजन करें।
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