कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीज़ों के इलाज को लेकर तत्पर बिहार सरकार (Government of Bihar) ने बड़ा फ़ैसला लिया है. मुख्यमंत्री (CM) ने निर्देश दिया है कि जिला अस्पतालों एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में सामान्य मरीजों का उपचार शुरु किया जाए. सबसे पहले आपातकालीन सेवा (Emergency Health Service) तथा संस्थागत प्रसव का कार्य शुरु कराया जाए उसके बाद ओपीडी (OPD) सेवा भी प्रारंभ की जाए ताकि अन्य मरीजों के उपचार में कोई दिक्कत न हो.
एंबुलेंस से लेकर पीपीई तक पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने एंबुलेंस सेवाओं को लेकर भी सख्त निर्देश दिया है. उन्होंने कोविड के साथ ही अन्य मरीजों के लिए भी एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. सीएम ने कहा कि निजी एंबुलेंस को भी पर्याप्त ट्रेनिंग देकर उपयोग में लाया जाए और एंबुलेंस की व्यवस्था सभी के लिए हो. इस बैठक में सीएम ने जिला और अनुमंडल अस्पतालों में प्रोटेक्शन नार्म्स का पूर्ण पालन हो इसका भी निर्देश दिया है. सीएम ने कहा कि अस्पतालों में पीपीई, मास्क, ग्लब्स उपलब्ध हो इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
प्राइवेट अस्पतालों को लेकर दिए महत्वपूर्ण निर्देश
नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि सभी निजी अस्पताल सामान्य मरीजों का इलाज आरंभ करें. फ़िलहाल कई प्राइवेट अस्पताल बंद पड़े हैं जिसकी वजह से मरीज़ों को काफ़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने ये भी निर्देश दिया कि जो भी लोग राज्य में बाहर से आए हैं उनकी गहन स्क्रीनिंग करायी जाए ताकि कोई संदिग्ध मरीज न छूटे. अस्पतालों को सामान्य एवं सुचारु रुप से चलाने की प्रक्रिया का स्वास्थ्य विभाग में एक वरिष्ठ पदाधिकारी इसका निगरानी करे.
कौन-कौन लोग थे बैठक में
सीएम ने लॉकडाउन का पूरी तत्परता से अनुपालन करने का भी निर्दश जारी किया साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों की सघन जांच के भी निर्देश दिए. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मुख्य सचिव दीपक कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार भी वीडियो कांफ़्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे.
source: News18
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