सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों के खिलाफ बिहार प्रशासन को अलर्ट किया है। एसएसबी को आशंका है कि भारत में महामारी फैलाने के लिए पाकिस्तान नेपाल के जरिए बिहार में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की घुसपैठ करा सकता है। इस साजिश की आशंका जाहिर करते हुए एसएसबी ने पश्चिमी चंपारण जिले के जिलाधिकारी और बेतिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को पत्र लिखा है। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने इस संदर्भ में एसएसबी की तरफ से लिखे गए पत्र की पुष्टि की है। एसएसबी की इस आशंका के बाद नेपाल से सटे सभी जिलों में प्रशासन सतर्क हो गया है और घुसपैठ रोकने के लिए सीमा की निगरानी बढ़ा दी गई है।
एसएसबी ने पश्चिम चंपारण जिले के डीएम और एसपी को पत्र लिखकर सूचित किया है कि भारत में कोरोना वायरस की महामारी फैलाने के लिए एक रैकेट चलाया जा रहा है। पत्र में नेपाल के बॉर्डर के जरिए कोरोना के मुस्लिम मरीजों की घुसपैठ बिहार में कराई जाने की आशंका जताई गई है। पत्र में कहा गया है कि नेपाल में मौजूद 40 से 50 भारतीय मुस्लिमों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है। इन्हें बिहार के जरिए भारत में भेजे जाने की साजिश है।
यह भी कहा गया है कि कोविड-19 से संक्रमित करीब 10 से 15 पाकिस्तानी नागरिक नेपाल में मौजूद हैं और वे भारत में दाखिल होने की फिराक में हैं। इन पाकिस्तानी नागरिकों को भारत में महामारी फैलाने का काम सौंपा गया है। एसएसबी के इस पत्र को राज्य प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है। बता दें कि एसएसबी ने यह पत्र तीन मार्च को पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी और बेतिया के एसपी को लिखा है।
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने एसएसबी के पत्र की पुष्टि करते हुए कहा, ‘एसएसबी ने पत्र मुझे नहीं भेजा है। यह पत्र बेतिया जिले के डीएम और एसपी को लिखा गया है। मैंने एसएसबी के एसएसपी से इस पत्र के बारे मे जानकारी ली है। उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से पत्र डीएम और एसपी को लिखा गया है। नेपाल की सीमा से लगने वाले सभी सात जिलों के डीएम और एसपी पहले से अलर्ट पर हैं। नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी और बिहार पुलिस पूरी निगरानी कर रही है। बॉर्डर पूरी तरह सील कर दिया गया है। अब घुसपैठ कर पाना किसी के लिए संभव नहीं है। सभी अंतर जनपद एवं अंतरराज्यों की सीमा सील है। ऐसे में कोई व्यक्ति यदि घुसपैठ की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Source: Times Now Hindi
Be First to Comment