कोरोना वायरस (coronavirus) से बचाव के लिए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन (Lockdown) का ऐलान हो चुका है. महामारी को फैलने से रोकने के लिए तमाम उपाय भी किए जा रहे हैं, बावजूद इसके कोरोना पर नियंत्रण होता दिख नहीं रहा. ऐसे में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए सरकार नए तरीके अपनाने पर विचार कर रही है. इसके तहत केंद्र सरकार बड़ा फैसला लेते हुए अब ट्रेन के डब्बों को कोरोना आइसोलेशन सेंटर बनाने पर विचार कर रही है. भारतीय रेल के पास इस वक्त 50 से 60 हजार कोच हैं. लेकिन फिलहाल सिर्फ 20 हजार कोच को आइसोलेशन सेंटर बनाने की बात चल रही है. यह कदम इसलिए भी उठाया जा रहा है कि फिलहाल कुछ वक्त के लिए सभी ट्रेनें अपनी-अपनी जगह पर खड़ी हुई हैं.
ट्रेन के सभी कोच को किया जा रहा है सैनेटाइज
रेलवे से जुड़े जानकार बताते हैं कि जिन 20 हजार कोच को आइसोलेशन सेंटर बनाने पर विचार चल रहा है. जरूरत पड़ी तो कोरोना के मरीजों को इन कोच में रखा जाएगा. इसके लिए इन हजारों डब्बों को सैनेटाइज किया जा रहा है. ट्रेनों के कोच को सैनेटाइज करने की जरूरत इसलिए है कि कुछ दिन पहले तक इनमें हजारों अंजान यात्रियों ने सफर किया है. इसमें से कौन कोरोना संक्रमित था या अन्य बीमारियों से ग्रसित था, इसका पता नहीं लगाया जा सकता. इसी को देखते हुए कोचों को सैनेटाइज करने का फैसला लिया गया है. डब्बों को सैनेटाइज करने के बाद सभी ट्रेनें आरपीएफ की निगरानी में दे दी गई हैं.
यहां बन रहा है कोरोना से बचाव का सामान
इधर, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत संस्था डीआरडीओ की लैब में भी सैनेटाइजर बनाया जा रहा है. अब तक 20 हजार लीटर सैनेटाइजर बनाया जा चुका है. इसमें से अकेले 10 हजार लीटर सैनेटाइजर दिल्ली पुलिस को दिया गया है. शेष दूसरे अलग-अलग सरकारी संस्थानों को दिया गया है. उन्होंने बताया कि डीआरडीओ ने दिल्ली पुलिस को 10 हजार मास्क की सप्लाई भी की है.
बॉडी सूट भी बना रहा डीआरडीओ
कोरोना से बचाव के लिए सैनेटाइजर बनाने के साथ ही डीआरडीओ के दूसरे संस्थान पर्सनल प्रोटेक्शन उपकरण जैसे बॉडी सूट बनाने का काम भी कर रहे हैं. उत्पादन ज़्यादा से ज़्यादा हो इस पर ध्यान दिया जा रहा है. रक्षा मंत्री ने बताया कि हमारे अधिकारी और कर्मचारी रात-दिन इस काम में लगे हुए हैं. ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री बोर्ड भी सैनेटाइजर, मास्क और बॉडी सूट बना रहा है. वहीं भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड एक कदम आगे बढ़ाते हुए वेंटिलेटर बनाने के काम में लगा हुआ है.
Source: News18
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