फतुहा थाना क्षेत्र के गोविंदपुर लोहा पुल के पास मंगलवार को दिनदहाड़े गेंसिग संचालक दीपक महतो (30) की गोली मा’रकर ह’त्या कर दी गई। मृ’तक के परिजन आनन-फानन में गुलबी घाट पर श’व का अंतिम संस्कार कर रहे थे, तभी वहाु पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने अधज’ले श’व का जब्त कर लिया। पुलिस का कहना है कि श’व का अंतिम संस्कार मृ’तक के परिजन ही कर रहे थे लेकिन घ’टना के बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। ह’त्या की गुत्थी सुलझाने के लिए श्म’शान से पुलिस जलती हुई ला’श उठा ले आई।
मृ’तक दीपक महतो पटना सिटी के धनुकीमोड़ का रहनेवाला था। बताया गया है कि मंगलवार की दोपहर करीब 2 बजे दीपक महतो सफेद रंग की कार से गेंसिग के रुपये लेने फतुहा आया। वह जैसे ही गोविंदपुर लोहा पुल के नीचे गेंसिग के अड्डे पर जाने के लिए आगे बढ़ा, तभी काले रंग की बाइक पर सवार दो अ’पराधियों ने ताबड़तोड़ गोली चलानी शुरू कर दी। सूत्रों की मानें तो तीन गोली लगने से गेसिंग संचालक गंभीर रूप से घा’यल हो गया। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी फतुहा महारानी चौक की ओर भाग गए, जबकि कुछ लोग घा’यल को कार में बैठाकर इलाज के लिए ले गए।
सूचना मिलते ही एसपी उपेंद्र शर्मा कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे, जहां जांच के दौरान पुलिस को तीन खोखे मिले। खोखों को जब्त कर पुलिस घायल की तलाश में जुट गई। देर शाम एसएसपी को सूचना मिली कि पटना सिटी के गुलबी घाट पर परिजन श’व का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। इसपर छापा मारकर पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में गुलबी घाट से दीपक महतो के अधज’ले श’व को जब्त कर लिया। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है।
नदी किनारे बना रखा था अड्डा
सूत्रों की मानें तो गेसिंग संचालक दीपक महतो कई माह से फतुहा आता था और नदी किनारे उसने अपना सुरक्षित अड्डा बना लिया था। उसके गिरोह में शामिल गुर्गे पुनपुन, गंगा नदी किनारे मस्तान घाट से लेकर गोविंदपुर लोहा पुल के पास सक्रिय थे।
पुलिस को सूचना दिए बगैर परिजन श’व का अंतिम संस्कार क्यों कर रहे थे, जांच का विषय है। जांच में यह भी पता चला है कि मृ’तक के तीन भाई घ’टना के बाद से फरार हैं। इसके पीछे मामला क्या है, गहन जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, पुलिस आवश्यक कार्रवाई करेगी।
Source: Hindustan
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