बुधवार के दिन गणेश जी पूजा की जाती है और कई लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं। लेकिन व्रत कथा और कहानी के बिना व्रत भी अधूरा ही रह जाता है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर, स्नान करके, हरे रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। गणेश जी की उपासना से आपकी सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं और आपको सद्बुद्धी भी जरूर प्राप्त होती है।
इस कहानी को सुनने से आपकी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं, जैसे संतान संबंधी परेशानी, धन या शांति। गणेश जी का व्रत रखने से आपके सारे दुख भी दूर होते हैं और घर में खुशहाली भी आती है। इस वीडियो के जरिए आप गणेश जी की पूरी कहानी सुन सकते हैं और अपना व्रत भी पूरा कर सकते हैं
आज हम आपको गणेश जी के चमत्कारी मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके जाप से आपकी सभी इच्छाएं ही पूरी होंगी-
1- श्री महागणपति प्रणव मूलमंत्र: ऊँ ।
ऊँ वक्रतुण्डाय नम: ।
पँच अमृत अर्पित करें।
2- श्री महागणपति प्रणव मूलमंत्र: ऊँ गं ऊँ ।
महाकर्णाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ।।
चंदन की धूप जलाएं।
3- ऊँ गं गणपतये नम:।
ऊँ श्री गणेशाय नम: ।
दूर्वा जरूर अर्पित करें।
4- ऊँ नमो भगवते गजाननाय ।
ऊँ वक्रतुण्डाय हुम् ।
पंच अमृत अर्पित करें।
5- श्री गणेशाय नम: ।
महाकर्णाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ।।
पूजा में आरती जरूर करें
6- ऊँ श्री गणेशाय नम: ।
ऊँ गं गणपतये नम:।
दूर्वा जरूर अर्पित करें।
7- ऊँ वक्रतुण्डाय हुम् ।
ऊँ गं ऊँ ।
चँदन की धूप जलायें।
8- ऊँ हीं श्रीं क्लीं गौं ग: श्रीन्महागणधिपतये नम:।
ऊँ ।
लड्डू का भोग लगवायें।
9- हीं श्रीं क्लीं गौं वरमूर्र्तये नम: ।
ऊँ गं गणपतये नम:।
पँच अमृत अर्पित करें
10- हीं श्रीं क्लीं नमो भगवते गजाननाय ।
ऊँ वक्रतुण्डाय हुम् ।
दूर्वा जरूर अर्पित करें।
11- श्री गजानन जय गजानन।
ऊँ गं ऊँ ।
चँदन की धूप जलायें।
12- महाकर्णाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ।।
ऊँ ।
पँच अमृत अर्पित करें।
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