महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( एनसीपी) को मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है. महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार को लेकर चर्चाएं तेज है. एनआईए एंटीलिया मामले में सचिन वाजे से पूछताछ कर रही है. इस मामले में महाराष्ट्र की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला है.
महाराष्ट्र की राजनीति में सता बचाये रखने की कोशिश की जा रही है. शरद पवार बदलते समय को समझने में और राजनीति में माहिर हैं. खबर है कि शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल ने गुजरात के बड़े व्यापारियों से मुलाकात की है. इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह- तरह की चर्चा है.
जिन गुजरात के व्यापारियों से एनसीपी के नेताओं ने मुलाकात की है उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है. एनसीपी के दिग्गज नेताओं की मुलाकात गुजरात के उन व्यापारियों से जो पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं महाराष्ट्र की राजनीति के बदलने की ओर इशारा करता है.
इस बीच यह भी खबर आ रही थी कि शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल ने अमित शाह से मुलाकात की थी. जब पत्रकारों ने इस संबंध में अमित शाह से सवाल किया तो उन्होंने यह भी कहा हम सारी बातें सार्वजनिक नहीं कर सकते. इस जवाब में उन्होंने इतना जरूर इशारा कर दिया कि महाराष्ट्र में राजनीति तेज है. अब कयास लगाये जा रहे हैं कि महाराष्ट्र की राजनीति में जल्द ही नया मोड़ आयेगा.
महाराष्ट्र गठबंधन की सरकार में सब ठीक नहीं है ऐसा इसलिए क्योंकि हाल में ही कांग्रेस ने संजय राउत के एक बयान पर आपत्ति दर्ज की थी. संजय राउत ने शरद पवार को गठबंधन का मुखिया बनाने की बात कही थी. इस बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा था कि संजय राउत राउत शरद पवार के प्रवक्ता बन रहे हैं हैं.
शिवसेना यूपीए का हिस्सा नहीं है, इस तरह की बयानबाजी का उन्हें कोई अधिकार नहीं है. इस मामले को लेकर नाना ने मुख्यमंत्री से शिकायत करने की भी बात कह दी उन्होंने कहा, राउत की गलत बयानबाजी को लेकर हम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात करेंगे. कांग्रेस ने यह साफ कर दिया कि अपनी लीडर के लिए वह इस तरह की बयानबाजी नहीं सुनेंगे.
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