दिल्ली के बुराड़ी डीडीए मै’दान में कंप’कपाती ठंड के बीच कि’सान डटे हुए हैं। किसा’नों का क’हना है कि वे हक मांगने आए हैं, भीख नहीं। उन्होंने एक स्वर में कहा कि कृषि बिल कि’सान वि’रोधी है। देश को अन्न देने वा’ला किसान आज इस ठंड में अपनी ल’ड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरा है। हम बिल वापस कराए बिना नहीं लौटेंगे। किसा’नों का कहना था कि घर के खर्च से ले’कर बच्चों की पढ़ाई, बेटी का ब्याह और सब काम के लिए अपनी फसल की बिक्री पर नि’र्भर हैं, लेकिन इस कानून के बाद हम अपना नियं’त्रण खो देंगे।
बुराड़ी के डीडीए मैदान में रविवार साढ़े 12 बजे के करीब किसानों ने परिसर में ही सर’कार वि’रोधी मार्च नि’काला और नारेबाजी की। झंडे के साथ ना’रा लगाते हुए किसान परिसर में घूमे और एक जगह एकत्रित होकर सभा की। आंदोलन का हिस्’सा रहे किसान गुरमीत सिंह का कहना है कि हम लोग तो यहां आ गए हैं, ले’किन हमारे कई साथी सिंघू बार्डर पर हैं। हम भी जंतर-मंतर जाने के लिए एक’त्रित हुए हैं, लेकिन हमें जंतर मंतर जाने नहीं दिया जा रहा है।
गुरमीत ने कहा कि हम लोक’तांत्रिक देश में हैं। क्या हमें सरकार के विरोध का अधि’कार भी नहीं है। हमें जंतर मंतर न जाकर बुराड़ी मैदान लाया गया। हम शांति’पूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां आंदो’लन में आए हरजिंदर ने बताया कि हम साथ में राशन, लक’ड़ी और बाकी सामान लाए हैं। हम यहां से बिल वा’पस कराए बिना लौटने वाले नहीं हैं। हमें रोकने के लिए यहां छा’वनी बना दी है।
भोजन लेकर पहुंच रहे लोग
बुराड़ी मै’दान में डटे कि’सान अपने लिए राशन, ईंधन और ज’रूरी सामान लेकर आए हैं। साथ ही दिल्ली के स्था’नीय लोग भी उनके लिए खाना और ज’रूरी सामान ला रहे हैं। भोजन लेकर पहुंचे मनमीत सिंह ने बता’या कि हम किसी राज’नीतिक दल से नहीं हैं, लेकिन हम यहां कि’सानों के लिए आए हैं। कि’सान देश को खि’लाता है और आज यहां ठंड में मौजूद हैं। इसलि’ए हम लोगों ने अपनी वैन में 600 लोगों के लिए भोज’न लेकर आए हैं। किसा’नों से कहा है कि अगर मैं उनकी किसी और तरह से म’दद कर सकूं तो मुझे खुशी होगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजा’म
बुराड़ी के डीडीए मै’दान में चारों तरफ गेट के पास पुलिस और सीआरपीएफ के ज’वान तैनात हैं। परि’सर में आने वाली हर गाड़ी की चेकिंग हो रही है। उ’सका नंबर नोट किया जा रहा है। आने का का’रण पूछा जा रहा है। आंदो’लन में आने वालों को रोका नहीं जा रहा है। बड़ी संख्’या में लोग उत्त’राखंड, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से अपने साध’नों से आ रहे हैं।
परिसर में लग रहे टेंट
बुराड़ी परि’सर में कि’सानों की संख्’या कम है। यहां लगभग 1000 किसान हैं। लेकिन, यहां बड़े-बड़े टेंट लग रहे हैं। उनके खाने के लिए रसोई, सोने और ओढ़ने के लिए बिस्त’र लगाए गए हैं। किसानों का कहना है कि हो सक’ता है कि हम लोगों के समर्थन में आने वाले कि’सानों के लिए यहां व्यव’स्था हो रही हो, लेकिन जो किसा’न यहां आ रहा है वह अपनी व्यव’स्था करके आ रहा है। हम किसी स’रकार के भरोसे नहीं हैं।
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