मुजफ्फरपुर के पकड़ीदयाल अस्पताल के पास सुधा होल डे मिल्क पार्लर का पूर्व मंत्री सह विधायक राणा रणधीर सिंह ने फीता काटकर उद्घाटन किया। वहीं राणा रंधीर सिंह ने सुधा द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए सुधा द्वारा उत्पादित दूध एवं प्रोडक्ट का उपयोग करने के लिए सभी से आग्रह किया।
साथ ही, मौके पर उनके द्वारा पेड़ लगाकर स्वपूर्ण स्वच्छता की अवधारण को मजबूती प्रदान करते हुए और अधिक पेड़ लगाने का सुझाव भी दिया गया ताकि वातावरण हरियाली एवं स्वच्छता के साथ खुशनुमा बना रहे।
अनुमंडलाधिकारी अविनाश कुमार ने अपने संवाद प्रेषण कर पार्लर के दिनों-दिन प्रगति की शुभकामनायें प्रेषित की तथा प्रभारी विपणन को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। पूर्व सैनिक संचालक मनीष कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ एवं चादर ओढ़ाकर किया।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुबोध कुमार भी कार्यक्रम में शामिल हुए तथा आमजनों को पुलिस द्वारा चलाए जा रहे सकारात्मक कार्यकलाप से अवगत कराया। उन्होंने और जगहों पर सुधा पार्लर निर्माण की सिफारिश की। बचपन का अनुभव शेयर करते हुए उन्होंने सुधा द्वारा निर्मित गुणवत्तायुक्त उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया । वहीं मौके पर मौजूद अतिथियों ने विवादस्पद स्थिति में “सुधा का घी” निर्भिक होकर अपनाने की सलाह दी। मौके पर उपस्थित प्रभारी विपणन उमाकांत ठाकुर ने मोतिहारी जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, प्रखंड एवं अंचल के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों एवं उपभोक्ताओं तथा जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। जिनके सहयोग से मिल्क पार्लर अपने भव्य स्वरुप में आमजनों के सेवार्थ प्रारंभ हो सका है।
श्री ठाकुर ने उपभोक्ताओं से दर – तालिका में अंकित दर पर हीं दूध एवं प्रोडक्ट क्रय करने का अनुरोध किया। उन्होंने जानकारी दी कि सुधा द्वारा निर्मित सोनपापड़ी एवं गुलाबजामुन शुद्ध घी का बना होता है जो प्रचार के अभाव में उपभोक्ताओं के जानकारी तक नहीं पहुँच पाता है। बिहार का गौरव सुधा एक जीवंत सहकारिता के विकास में जन-जन की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु एक अहम रोल निभाने का आग्रह किया। उन्होंने जिला प्रशासन से सभी प्रखंड कार्यालयों / अनुमंडल अथवा जिला कार्यालयों में 15 x 15′ जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का अनुरोध भी किया ।
बता दें कि बिहार सरकार के 07 निश्चय पार्ट – 02 अन्तर्गत विभिन्न प्रखंडों में सुधा का होल-डे-मिल्क पार्लर का निर्माण कर दूध एवं दुग्ध प्रोडक्ट की बिक्री सुनिश्चित करना है ताकि पार्लर चलाने वाले व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार एवं
कॉम्फेड सुधा के माध्यम से विभिन्न गांवों में चल रही प्राथमिक दुग्ध समितियों से दुग्ध उत्पादक किसानों को
सुबह एवं शाम का बाजार गांव में उपलब्ध कराना है।
जिससे दुग्ध उत्पादक ग्रामीण किसानों का आनंद पद्वति की व्यवस्था के तहत उनका आर्थिक एवं सामाजिक विकास सुनिश्चित किया जा सके। तिरहुत दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि0, (तिमुल) द्वारा संग्रहण एवं विपणन दोनों कार्यों का संचालन तिमुल के कार्यक्षेत्र के 07 जिले (मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज एवं सिवान ) में क्रियान्वित है। जिसमें लगभग 5000 समितियों के औसतन 2.5 लाख दुग्ध उत्पादकों द्वारा सुबह शाम दूध
आपूर्ति की जाती है। जिसका पाश्च्युराईजेशन के पश्चात् पैकेट के रुप में लगभग 4000 पार्लरों के माध्यम से 2.5
से 3.0 लाख उपभोक्ताओं के बीच पहुंचने की नियमित व्यवस्था तिमुल द्वारा अवाध गति से जारी है।
तिमुल द्वारा अपने रोज-व-रोज बढ़ रहे दही लस्सी, सुरभि, पनीर एवं दूध तथा अन्य मिठाईयों की गुणवतायुक्त भर पूर मांग की पूर्ति हेतु सेमी ऑटोमेटिक प्लांट को पूर्णतः औटोमेटिक करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है।
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