शताब्दी समारोह महोत्सव, 25 हजार कुंण्डीय स्वर्वेद महायज्ञ के निमित कन्याकुमारी से कश्मीर तक राष्टव्यापी संकल्प यात्रा को लेकर मुजफ्फरपुर के एक निजी होटल में संत प्रवर ज्ञानदेव जी महाराज द्वारा बैठक की गई।
जिसमें संत प्रवर ज्ञानदेव जी महाराज ने बताया कि विहंगम योग सन्त-समाज के 101वें वार्षिकोत्सव को इस वर्ष ‘शताब्दी समारोह महोत्सव’ के रूप में 6 एवं 7 दिसंबर को स्वर्वेद महामन्दिर धाम, उमरहाँ, वाराणसी में बहुत ही भव्यता एवं दिव्यता के साथ मनाया जाएगा।
इस पावन अवसर पर विशालतम 25,000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का बृहद् आयोजन किया जा रहा हैं। उन्होंने आगे बताया कि विहंगम योग के प्रणेता अनन्त श्री सद्गुरु सदाफलदेव जी महाराज ने मानवमात्र के कल्याणार्थ बलिया (उत्तर प्रदेश) के पकड़ी ग्राम स्थित वृत्तिकूट आश्रम में लक्षाहुति-यज्ञ के पश्चात् वर्ष 1924 ई० में ब्रह्मविद्या विहंगम योग के प्रचार के निमित्त ‘सन्त-समाज’ की स्थापना की थी।
यह सन्त-समाज के स्थापना दिवस का पावन पर्व है, जिसे वार्षिकोत्सव के रूप में मनाया जाता रहा हैं। साथ ही, ऐसा अनुमान हैं कि इस 25,000 हवन-कुण्डों के वैदिक महायज्ञ में आहुति देने लाखों की संख्या में सेवाभावी श्रद्धालु भी पहुंचेंगे।
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