बिहार में गंगा बेसिन की तर्ज पर मुजफ्फरपुर समेत 10 शहरों को विकसित किया जाएगा। मुजफ्फरपुर शहर के बीच से होकर गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी को नगर निगम स्वच्छ, सुंदर और प्रदूषण मुक्त बनाएगा। इसको लेकर नदी-शहर गठबंधन के तहत नगर निगम विस्तृत कार्य योजना बना रहा है। इसमें गंगा एवं अन्य नदियों के किनारे बसे शहरों में अपनाए गए मॉडल का अध्ययन किया जा रहा है। योजना के तहत नदी एवं शहर को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने पर फोकस होगा। इसको लेकर गत जुलाई में पटना में हुई गठबंधन की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए हैं।
योजना के तहत निगम कार्ययोजना बना कर साफ-सफाई एवं प्रदूषण नियंत्रण के साथ ही विकास की संभावनाओं पर भी काम करेगा। जल संसाधन विभाग और अन्य महकमों के समन्वय से नदी के जरिए पर्यटन के विकास का भी खाका तैयार किया जाएगा। इस क्रम में नदी से सटे रिहायशी इलाकों में रहने वाली आबादी को भी जागरुक कर जोड़ा जाएगा। नगर आयुक्त नवीन कुमार के मुताबिक, बूढ़ी गंडक नदी और शहर को प्रदूषण से निजात दिलाने और स्वच्छ बनाने के साथ ही विकास पर्यटन आदि को लेकर कार्ययोजना बनाकर अमल करेंगे। इसका मॉडल डॉक्यूमेंट बनाया जा रहा है।
दूसरे चरण में 10 शहर विकसित होंगे
केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने नवंबर 2021 में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के साथ मिलकर नदी-शहर गठबंधन योजना की शुरुआत की थी। पहले चरण में गंगा बेसिन के पटना, बेगूसराय, भागलपुर समेत देश के 30 शहरों को शामिल किया गया था। दूसरे चरण में दिसंबर 2022 में बूढ़ी गंडक एवं अन्य नदियों के किनारे बसे मुजफ्फरपुर, दरभंगा, बेतिया, पूर्णिया, आरा, छपरा, जमालपुर समेत 10 शहरों को शामिल किया गया है।
गठबंधन का मकसद इसमें शामिल शहरों द्वारा आपस में नगर स्वच्छता, नदी संरक्षण और जल से जुड़े मुद्दे पर अपने अनुभव साझा करना है। नगर निगम और इससे जुड़ी टीमों को एक-दूसरे से सीखने व प्रेरित करने का अवसर देना है। इससे सीख लेकर कार्ययोजना बनाकर हर शहर उस पर काम करेंगे। इसमें नेटवर्किंग, क्षमता निर्माण और तकनीकी सहायता पर फोकस होगा।
बूढ़ी गंडक के दिन फिरेंगे
वर्तमान में बूढ़ी गंडक नदी का बुरा हाल है। नदी से लेकर घाटों तक भीषण गंदगी है। कई जगहों पर नालों का गंदा पानी सीधे नदी में बहाया जा रहा है। विशेषकर शहरी क्षेत्र में महापर्व छठ के अलावा विरले ही नदी या घाटों की साफ-सफाई होती है। शहर में भी गंदगी व प्रदूषण की स्थिति गंभीर है। विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में मुजफ्फरपुर 20वें स्थान पर है। यह योजना लागू होने के बाद बूढ़ी गंडक नदी की सुंदरता में चार चांद लग सकते हैं।
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