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Muzaffarpur : अगले माह तक मिठनपुरा-दिघरा स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज का काम होगा पूरा, पूर्वी क्षेत्र को जलजमाव से मिलेगी राहत

मुजफ्फरपुर : मिठनपुरा चौक से बेला होते हुए दिघरा तक निर्माणाधीन स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज का काम अगले माह तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बनने से मिठनपुरा व बेला के साथ पक्की सराय, नकुलवा चौक, पानी टंकी चौक से लेकर शहर के पूर्वी व दक्षिणी इलाके को इस साल बारिश में बड़ी राहत मिलेगी। मिठनपुरा चौक से शेखपुर, बेला एसएसबी कैंप होते हुए दुर्गा स्थान तक स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज बनाने का काम तकरीबन पूरा कर लिया गया है।

निर्माण एजेंसी का कहना है कि मिठनपुरा से दिघरा तक 3.6 किलोमीटर स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज का निर्माण किया जाना है। इसमें 600 मीटर काम अभी बाकी है।

कुछ जगह जमीन को लेकर अड़चन है। बारिश को देखते हुए अगले माह तक शहर का पहला स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज का काम पूरा कर लिया जाएगा। निर्माणाधीन स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज में कई जगह स्लैब दिया जाएगा। कुछ जगह ड्रेनेज खुला रहेगा। इसी ड्रेनेज से पानी टंकी चौक से मिठनपुरा तक निर्माणाधीन नाले को कनेक्ट किया जाएगा। दोनों नाले को कनेक्ट करने के लिए मिठनपुरा चौक पर कल्वर्ट का काम तीन दिन पहले शुरू किया गया है।

282 करोड़ की लागत से शहर में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज व एसटीपी का निर्माण करना था। ये सभी काम 30 नवंबर 2021 को पूरा हो जाना था। इसमें केवल एक मिठनपुरा चौक से दिघरा तक स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज बनाने का काम इस बारिश के पहले पूरा हो सकेगा। बरसात से पहले इस बार बेला औद्याेगिक क्षेत्र में नाले की सफाई शुरू हाे गई है। जेसीबी से फेज वन अंतर्गत विभिन्न मार्गाें के नाले की सफाई कराई जा रही है। हालांकि, कल्वर्ट काे लेकर अब तक काम शुरू नहीं हुआ है। पिछले दिनाें बियाडा के कार्यकारी निदेशक ने औद्याेगिक क्षेत्र का उद्यमियाें के साथ निरीक्षण कर बियाडा अभियंता काे एक सप्ताह के अंदर एस्टीमेट बनाकर देने का निर्देश दिया था। लेकिन, उत्तर बिहार उद्यमी संघ की मानें ताे प्राक्कलन भी तैयार नहीं हाे सका है।

मिली जानकारी के मुताबिक, संघ का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार काे पटना में एमडी से मिलकर उन्हें समस्याओं से अवगत कराएगा। संघ के महासचिव विक्रम कुमार ने कहा कि बियाडा में ड्रेनेज सिस्टम सहित अन्य विकास कार्यां के लिए 110 कराेड़ रुपए आवंटित हुए हैं। इस याेजना पर बरसात के बाद काम शुरू हाेगा। इससे पहले बियाडा ने दावा किया था कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जलनिकासी में बाधक आधा दर्जन स्थानाें पर कल्वर्ट बनाने के अलावा नालाें की अच्छी तरह से सफाई कराई जाएगी।

संघ के अनुसार, बियाडा का इरादा कल्वर्ट की जगह ह्यूम पाइप डालने की है। इसका विराेध किया जाएगा। लाे लैंड हाेने के कारण शहर के पूर्वी दक्षिणी भाग का पानी बरसात के समय बियाडा से हाेते हुए नारायणपुर राेड में बन रहे ड्रेनेज से हाेगा। यदि पानी का बहाव सही नहीं रहा ताे जलजमाव हाेना तय है। हालांकि, कार्यकारी निदेशक रवि रंजन ने कहा कि इस साल किसी हाल में बियाडा काे डूबने नहीं देंगे।

पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अंजनी कुमार का कहना है कि नकुलवा चौक से हाथी चौक होते हुए पानी टंकी चौक तक 500 मीटर नाले का निर्माण करना है। इसमें 300 मीटर काम पूरा कर लिया गया है। 200 मीटर काम अभी बाकी है। पानी टंकी चौक से देवी मंदिर नाले को भी कनेक्ट किया जा रहा है। इन सभी इलाके के नाले को पानी टंकी चौक नाले में जोड़ा जाएगा।

मिठनपुरा से तिरहुत कैनाल तक स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन, एसटीपी का काम पूरा नहीं होगा। एसटीपी का फाउंडेशन का काम ही अभी शुरू किया गया है। निर्माण एजेंसी का कहना है कि जरूरत पड़ने पर उच्च क्षमता के मोटर पंप से पानी लिफ्ट करके कैनाल में पहुंचाया जाएगा।

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