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मुजफ्फरपुर : डेढ़ साल से स्मार्ट सिटी का चल रहा काम, क्वालिटी पर उठ रहे सवाल

मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के तहत शहर में 800 करोड़ के 16 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इसमें निर्माण एजेंसी को 164 करोड़ का भुगतान भी हो चुका है। लेकिन, बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद भी किसी भी प्रोजेक्ट के अब तक हुए काम का थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन नहीं हुआ है। जबकि, डेढ़ साल से शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की क्वालिटी पर नजर रखने को लेकर पटना आईआईटी से थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन कराने के लिए चार माह से चर्चा ही चल रही है।

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मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को इस पर फाइनल बात करने स्मार्ट सिटी के सीजीएम राजेश सिन्हा पटना आईआईटी गए। अगले सप्ताह तक एग्रीमेंट होने की संभावना है। स्मार्ट सिटी के अधिकारी भी मान रहे हैं कि थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन शुरू होने से क्वालिटी पर सवाल नहीं उठेगा। किसी तरह की तकनीकी गड़ब’ड़ी हो रही है तो वह भी समय रहते मेंटेन हो जाएगा।

मेयर ने भी कहा कि थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन अभी तक नहीं होना गंभी’र बात है। स्टैंडिंग मेंबर राजीव कुमार पंकू व राकेश सिन्हा पप्पू का कहना है कि टेक्निकल एक्सपर्ट टीम बतौर थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन करेगी तो गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रहेगी।

तिलक मैदान रोड में एक मीटर की जगह एक फीट नाले की गहराई की शिका’यत पर पिछले सप्ताह मेयर ने मौके पर पहुंच कर पड़ताल की तो महज 14 इंच नाले की गहराई मिली थी। मेयर का कहना है कि कम गहराई रहने से पानी निकलने में परे’शानी आएगी। स्मार्ट सिटी के ठेकेदार जैसे-तैसे काम करके पेमेंट लेकर निकल जाएंगे। लेकिन बाद में भुगतना शहर को पड़ेगा।

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शहर के विभिन्न इलाकों में नाला बनाने का काम चल रहा है। टुकड़े-टुकड़े में नाला नहीं बनना चाहिए। तकनीकी रूप से यह गलत है। पानी का ढलान जिधर है, वहीं से नाला बनना चाहिए। बेतरतीब निर्माण के कारण पानी निकलने में परेशानी आएगी।

शहर में कहीं भी नाला बनाने के लिए बेंचमार्क नहीं देख रहे हैं। बेंच मार्क रहने से नाले का लेवल मेंटेन होगा। बिना लेवल लिए नाला बनाने से पानी का बहाव कम होगा। नाले की डिजाइन हमेशा डिस्चार्ज एरिया देख कर तय होनी चाहिए। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन आईआईटी पटना की टीम को देने से क्वालिटी मेंटेन होगा।

लग्न के समय शहर के सभी प्रमुख बाजारों में नाला बनाने के लिए सड़क को देने से लोगों व व्यवसायियों की परेशानी से नगर विधायक विजेंद्र चौधरी ने सोमवार को डीएम को अवगत कराया। डीएम से स्मार्ट सिटी के काम की समीक्षा करने की मांग की।

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ऐसी संभावना जताई जा रही है आगामी 25 अप्रैल को डीएम स्मार्ट सिटी के शहर में चल रहे काम की समीक्षा कर सकते हैं। डीएम को नगर विधायक ने अवगत कराया कि सड़क का’ट कर छोड़ दिया गया है। काम की गति बहुत धीमी है। इससे ग्राहकों व व्यवसायियों दोनों को परेशानी है। सरैयागंज,मोतीझील,कल्याणी तिलक मैदान रोड सभी जगह उसी तरह की स्थिति है।

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