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बिहार की 12 पंचायती राज संस्थाओं को बेहतर कार्य के इनाम के तौर पर मिलेगा राष्ट्रीय पुरस्कार

बिहार की 12 पंचायतीराज संस्थाओं का चयन राष्ट्रीय पुरस्कार 2021 के लिये किया गया है। विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य के लिए इनका चयन वित्तीय वर्ष 2019-20 के कार्य के आधार पर किया गया है। इनमें सात ग्राम पंचायत, चार पंचायत समिति और एक जिला परिषद शामिल हैं। भारत सरकार के पंचायत राज मंत्रालय द्वारा इन पंचायती राज संस्थाओं को पुरस्कार दिया जाएगा।

सीतामढ़ी के सुरसंड की बगाढ़ी ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार, नालंदा के एकंगरसराय के कोसियावां ग्राम पंचायत को बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार, रोहतास के अकोढ़ीगोला बिसैनीकला ग्राम पंचायत को ग्राम पंचायत विकास योजना तथा नालंदा के सिलाव की सबैत, दरभंगा के केवटी रनवे की असरहा, समस्तीपुर की मोहनपुर तथा गया सदर की औरांव पंचायत को दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिये चयनित किया गया है।

इसी प्रकार रोहतास की अकोढ़ीगोला, गया सदर, गया के इमामगंज तथा औरंगाबाद की कुटुंबा पंचायत समिति को दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इसी प्रकार सिर्फ एक जिला परिषद नालंदा को दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिये चुना गया है।

किसको कौन सा पुरस्कार
दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के लिए दिया जाता है। नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार ग्राम सभाओं के माध्यम से गांवों की सामाजिक और आर्थिक संरचना में सुधार को लेकर ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार मंत्रालय द्वारा जारी मॉडल दिशा-निर्देशों के अनुरूप तैयार कार्य करने तथा बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार बच्चों के सर्वांगीण विकास के अनुकूल माहौल बनाने के लिए दिया जाता है।

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